लुधियाना में जीएनई कालेज के मैस मैन्यू को लेकर पंजाबी और बिहारी छात्रों में खूनी झड़प, बिहार के लहूलुहान छात्रों ने CM नीतीश से मांगी मदद
एक गुट ने कॉलेज प्रबंधन को भी दूसरे गुट के साथ मिलने का आरोप लगाया। सूचना मिलते ही एसीपी जश्नदीप सिंह और थाना डेहलों पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने छात्रों को शांत किया और दोनों की शिकायत लेकर जांच की बात कही है। हालांकि छात्रों ने पुलिस पर भी उनका साथ न देने का आरोप लगाकर ट्विटर पर पंजाब पुलिस को ट्वीट किया और बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार को पत्र लिखा है।
पटना : लुधियाना के गिल रोड स्थित जीएनई (गुरुनानक इंजीनियरिंग) कॉलेज में मैस के मेन्यू में डिश एड करने को लेकर स्थानीय व बाहरी छात्रों के दो गुटों में बहस के बाद खूनी झड़प हो गई। इसमें दो छात्र घायल हो गए, जिन्हें डेहलों के सरकारी अस्पताल में भेजा गया। वहीं, दोनों गुटों ने कॉलेज के अंदर व बाहर धरना प्रदर्शन किया। एक गुट ने कॉलेज प्रबंधन को भी दूसरे गुट के साथ मिलने का आरोप लगाया। सूचना मिलते ही एसीपी जश्नदीप सिंह और थाना डेहलों पुलिस मौके पर पहुंची। उन्होंने छात्रों को शांत किया और दोनों की शिकायत लेकर जांच की बात कही है। हालांकि छात्रों ने पुलिस पर भी उनका साथ न देने का आरोप लगाकर ट्विटर पर पंजाब पुलिस को ट्वीट किया और बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार को पत्र लिखा है।
आरोप है कि लुधियाना के गुरुनानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज में करीब पांच दर्जन बिहारी छात्रों के समूह को पंजाबी छात्रों द्वारा बेल्ट, रॉड और अन्य हथियारों से पीटा है. इस हमले में बिहार के कई छात्र बुरी तरह घायल हो गये हैं. बिहारी छात्रों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पत्र लिख कर मदद की गुहार लगायी है. साथ ही आरोप लगाया है कि पंजाब पुलिस भी मदद नहीं कर रही है.
जानकारी के मुताबिक, लुधियाना के गुरु नानक इंजीनियरिंग कॉलेज के मेस में बिहार के छात्रों ने सप्ताह में एक दिन अपने राज्य की डिश मेन्यू में शामिल करने की मांग की थी. इसके बाद मेस में रविवार को दाल मखनी बनी थी. इसी बात पर स्थानीय छात्रों ने बहस छेड़ दी. हालांकि, मामले शांत करा दिया गया. लेकिन, बाद में पढ़ाई के बाद लौटने के दौरान दो छात्रों उज्ज्वल और अंशु की पिटाई कर दी गयी. स्थानीय छात्रों ने उज्ज्वल और अंशु पर आरोप लगाया है कि पहले इन दोनों ने ही बदसलूकी की. वहीं, घायल छात्रों ने स्थानीय सीनियर छात्रों पर मारपीट का आरोप लगाया है. घायल छात्रों ने आरोप लगाया है कि उन्हें बंधक बना लिया गया. वहीं, कॉलेज प्रबंधन घर लौटने की अनुमति भी नहीं दे रहा है. साथ ही कार्रवाई किये जाने की बात कही गयी है.
Partiality is done against other state students in guru nanak dev engineering college ludhiana and when they raise voice against it they are brutally beaten by local students.
@sudhirchaudhary @anjanaomkashyap @narendramodi @PMOIndia @rajnathsingh @TheLallantop @NitishKumar pic.twitter.com/HWY4uCOMzb— Abhinandan kumar (@abhinndnhere) September 2, 2019
छात्रों ने ट्वीट कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से लगायी मदद की गुहार
छात्रों का कहना है कि स्थानीय पुलिस प्रशासन बिहार के छात्रों की बातों को नहीं सुन रहे हैं. अभिनंदन कुमार ने कहा है कि गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज में अन्य राज्य के छात्रों के खिलाफ पक्षपात किया जाता है. जब वे इसके खिलाफ आवाज उठाते हैं, तो उन्हें स्थानीय छात्रों द्वारा बेरहमी से पीटा जाता है. कवीश ठाकुर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से गुहार लगाते हुए कहा है कि हम गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज लुधियाना के छात्र हैं.
@NitishKumar
To
Cm of bihar.Dear sir.
We are the students of Guru nanak Dev engineering college Ludhiana. We are suffering from a big problem. We are threatened and mentally torture by the locolise studying in college. so please help us.
Thank you pic.twitter.com/jtZeUAKLAg— Ravi Shankar (@RaviSha60591663) September 2, 2019
हम एक बड़ी समस्या से पीड़ित हैं. हमें कॉलेज में पढ़नेवाले स्थानीय लोगों द्वारा धमकी दी जाती है और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जाता है. कृपया हमारी मदद करें. प्रवीण कुमार ने पटना के सांसद व कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद से कहा है कि सर मैं गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज लुधियाना पंजाब का छात्र हूं. यहां पर बिहार छात्रों के साथ दंगा हो रहा है. सभी को जान से मारने की योजना है. जल्द से एक्शन लीजिए। यहां की पंजाब पुलिस एक्शन नहीं ले रही है. शुभम अग्रवाल ने ट्वीट कर बताया कि गुरु नानक देव इंजीनियरिंग कॉलेज लुधियाना में पंजाबी छात्रों ने 50-60 बिहारी छात्रों के समूह को बेल्ट, रॉड और अन्य हथियारों से पीटा और हमला किया.
Punjabi boy bruetly beaten, removed turban, hated religious sentiments and assaulted by group of 60 70 Bihar Students holding belts, rods and other weapons in Guru Nanak Dev Engineering College Ludhiana@RahulGandhi @capt_amarinder @GSinghlongowal @PunjabPoliceInd pic.twitter.com/ppXJAwvexw
— Kamal Mittal (@KamalMi88755312) September 3, 2019
आरोप लगाते बिहार के छात्र आकाश ने बताया कि वो इंजीनियरिंग के सेकंड ईयर का स्टूडेंट है। रविवार को कॉलेज की मैस में दाल मक्खनी बनी थी, जिसके बाद उन्होंने कमेटी से बात की, कि हफ्ते में एक दिन उनके राज्य की डिश भी मेन्यू में होनी चाहिए। इसी बात को लेकर स्थानीय स्टूडेंट्स उसके साथ बहस करने लगे और गाली-गलौच भी की। तब तो मामला शांत हो गया। सोमवार को उनके दोस्त उज्ज्वल व अंशु दोनों क्लास खत्म कर बाहर आ रहे थे तो स्थानीय छात्रों ने दोनों को पकड़ लिया और मेन्यू मे डिश की बात को लेकर उनके साथ लड़ने लगे। उन्होंने दोनों के सिर में कड़े से वार किया, जिससे खून बहने लगा।
इसके बाद बाहरी छात्र इकट्ठा हो गए और उन्होंने कॉलेज के खिलाफ धरना दे दिया। वहीं, दूसरे पक्ष के छात्रों का आरोप था कि इन दोनों छात्रों ने उनकी पगड़ी को हाथ लगाया था, जिसके बाद ये सारा मामला बढ़ा है। इसी बात को लेकर स्थानीय छात्रों ने कॉलेज के गेट के बाहर धरना दे दिया। उन्हें मौके पर पहुंची पुलिस व कॉलेज प्रबंधन ने मामले को शांत किया।
सीएम नितिश कुमार से मांगी मदद, ट्विटर पर पंजाब पुलिस को ट्वीट
बाहरी छात्रों ने बिहार के मुख्यमंत्री नितिश कुमार को एक पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने लिखा कि वो बिहार के रहने वाले हैं और पंजाब के लुधियाना में जीएनई कॉलेज के छात्र हैं। यहां बिहार के छात्र मानसिक व शारीरिक शोषण का शिकार हो रहे हैं। कालेज कैंप्स में दूसरे राज्यों के छात्रों को पकड़-पकड़ कर पीटा जा रहा है। यहां न पुलिस उनकी सुन रही है और न ही कॉलेज प्रबंधन।
दूसरे राज्यों के छात्रों को उनके छात्रावास में बंद कर दिया गया है। आपसे विन्नित है उन्हें बचाया जाए। वहीं, एक पत्र इलाके के एसीपी को भी लिखा गया है, जिसमें काॅलेज प्रबंधन द्वारा मामले को दबाने का आरोप लगाया गया है। उन्होंने लिखा कि तब तक धरने पर रहेंगे, जब तक सुनवाई नहीं होगी। इसके अलावा छात्रों द्वारा ट्विटर पर पंजाब पुलिस को ट्वीट किया गया है कि उन्हें कॉलेज में पीटा गया है। जिसके बाद पंजाब पुलिस ने लुधियाना पुलिस को री-ट्वीट कर मामले की जांच के लिए कहा गया है।
इस मामले को बढ़ता देख कॉलेज प्रबंधन ने 3 और 4 सितंबर को कॉलेज बंद रहने का नोटिस अपनी वेबसाइट पर डाला है। जबकि उसमें कारण एडमिनिस्टेटिव बताया गया है, जबकि छात्र धरने पर होने की वजह से और माहौल न बिगड़े इसलिए कॉलेज को बंद किया गया है। इस संबंध में कॉलेज प्रबंधन का पक्ष जानने के लिए फोन किया गया तो उन्होंने फोन नहीं उठाया।
एडीसीपी बोले: मामूली बात, नाखून लगने से खून निकला
इस संबंध में पुलिस का रवैया काफी गैर-जिम्मेदार नजर आया, जिन्होंने मामले की जड़ को पकड़ने की बजाए सभी छात्रों को कॉलेज के हाॅस्टल में नजरबंद कर दिया और बाहर फोर्स तैनात कर दी। एडीसीपी जसकरणजीत सिंह तेजा का कहना है कि ये कोई बड़ा मामला नहीं है। मामूली हाथापाई हुई है और एक युवक के सिर में नाखून लगा है, जिससे खून निकल आया। लिहाजा इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की गई है। बाकी जब कोई मेडिकल करवाएगा तो जांच को आगे बढ़ाया जाएगा।
15% छात्र दूसरे राज्यों के
कॉलेज में साढ़े तीन से चार हजार छात्र पढ़ते हैं। जिसमें से 85 फीसदी छात्र स्थानीय है, जबकि 15 फीसदी छात्र दूसरे राज्यों के है। जिसमें बिहार, यूपी, झारखंड, हिमाचल प्रदेश आदि शामिल हैं।