राजस्थान-गुजरात के बॉर्डर पर मजदूरों की भारी भीड़, गहलोत सरकार करा रही स्क्रीनिंग
कोरोना वायरस के बढ़ते खौफ के बीच गुजरात से काफी बड़ी संख्या में लोग राजस्थान वापस आ रहे हैं. लॉकडाउन के बाद वहां इन लोगों की समस्याएं बढ़ गई थीं जिस वजह से इन्होंने वापस घर लौटने का फैसला किया.
- सरकार स्क्रीनिंग करने के बाद ही राजस्थान में दे रही है प्रवेश
- गुजरात में काम की तलाश में गए काफी लोग लौट रहे हैं वापस
कोरोना को देश में फैलने से रोकने पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है. लेकिन, बड़ी संख्या में गुजरात में काम करने वाले राजस्थान के मजदूर सीमा पार कर डूंगरपुर और बांसवाड़ा, जालोर और सिरोही में आ रहे हैं. राजस्थान सरकार इनके खाने-पीने की व्यवस्था के अलावा बड़े स्तर पर स्क्रीनिंग का काम कर रही है. इतनी बड़ी संख्या में लोगों के आने की वजह से बॉर्डर पर अफरा-तफरी भी मची हुई है.
गुजरात से लगती राजस्थान की सीमा पर इन दिनों बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूरों का डेरा है. डूंगरपुर, बांसवाड़ा, जालोर और सिरोही जिले के 5000 से ज्यादा मजदूर गुजरात बॉर्डर पर आए हुए हैं. जिन्हें राजस्थान सरकार ने बॉर्डर पर रोक कर जांच कराने का फैसला किया है.
राजस्थान सरकार के स्वास्थ्य मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि हम मेडिकल कॉलेज के इंटर्न डॉक्टरों के अलावा डेंटल कॉलेज के डॉक्टरों को भी प्रशिक्षण देकर बॉर्डर पर स्क्रीनिंग के लिए भेज रहे हैं ताकि कोई कोरोना वायरस पॉजिटिव राजस्थान में ना घुस पाए.
गुजरात से वापस लौट रहे हैं राजस्थान
राजस्थान के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह का कहना है कि डूंगरपुर कलेक्टर का फोन आया था कि बड़ी संख्या में गुजरात से लोग आ रहे हैं तब हमने तत्काल उन्हें रोकने और स्क्रीनिंग करने के निर्देश दिए हैं.
दरअसल, राजस्थान में भी बड़ी संख्या में बिहार और उत्तर प्रदेश के मजदूर फंसे हुए हैं. इसी तरह से राजस्थान के मजदूर गुजरात जाते हैं काम करने जो बड़ी संख्या में वहां लॉकडाउन की वजह से फंसे हुए हैं. मगर उनका कहना है कि कोई इंतजाम नहीं होने की वजह से वह बॉर्डर पर आ गए हैं.