राजसभा में एनडीए का गणित सुधार -एसपी के दो और सांसद बीजेपी में हो सकते हैं शामिल
अभी राज्यसभा में बहुमत के लिए एनडीए को 120 सांसदों की जरूरत है जबकि एनडीए के पास 116 सांसद हैं. ऐसे में दो और सांसद राज्यसभा छोड़कर बीजेपी में जाते हैं तो बहुमत का आंकड़ा और कम होगा. इससे बीजेपी को उन बिलों को पास कराने में आसानी होगी जिन्हें वह बहुमत न होने के कारण पारित नहीं करा पा रही है.
- राज्यसभा में सदस्यों की संख्या और बहुमत का आंकड़ा घट जाएगा
- एनडीए के पास राज्यसभा में 116 सांसद, बहुमत के लिए 120 की जरूरत
- बहुमत का आंकड़ा घटने पर बिलों को पास कराने में आसानी होगी
नई दिल्ली: संसद के गलियारों में जो चर्चा चल रही है उसके मुताबिक समाजवादी पार्टी के दो और सांसद बीजेपी के संपर्क में हैं और आने वाले दिनों में उनके इस्तीफे भी हो सकते हैं. यह खबर इसलिए भी जोरों पर है क्योंकि समाजवादी पार्टी के सांसद नीरज शेखर ने राज्यसभा से इस्तीफा देकर बीजेपी का दामन थाम लिया है. नीरज पूर्व प्रधानमंत्री चेद्रशेखर के बेटे हैं और समाजवादी पार्टी के सांसद के तौर पर बलिया लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं.
समाजवादी पार्टी के दो और सांसदों के बीजेपी में जाने की हालत में उन्हें राज्यसभा से इस्तीफादेना होगा. इससे राज्यसभा में सदस्यों की संख्या कम हो जाएगी और इससे बहुमत का आंकड़ा भी कम हो जाएगा.
अभी राज्यसभा में बहुमत के लिए एनडीए को 120 सांसदों की जरूरत है जबकि एनडीए के पास 116 सांसद हैं. ऐसे में दो और सांसद राज्यसभा छोड़कर बीजेपी में जाते हैं तो बहुमत का आंकड़ा और कम होगा. इससे बीजेपी को उन बिलों को पास कराने में आसानी होगी जिन्हें वह बहुमत न होने के कारण पारित नहीं करा पा रही है.
वैसे भी बीजू जनता दल के सात, जगन रेड्डी की पार्टी के दो और टीआरएस के छह सांसदों का एक ऐसा गुट है जो मुद्दों के आधार पर सरकार के साथ रहता है. यही वजह है कि बीजेपी की कोशिश है कि बहुमत के आंकड़ों के करीब किस तरह तक पहुंचा जाए. सरकार राज्यसभा में तीन तलाक, आधार संशोधन और एनआईए संशोधन बिल इसी सत्र में पास कराना चाहती है.