श्रीनगर. गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को श्रीनगर पहुंच गए। बतौर गृहमंत्री शाह का जम्मू-कश्मीर का ये पहला दौरा है। अपने दो दिन के दौरे में अधिकारियों के साथ अमरनाथ यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा करेंगे। सूत्रों के मुताबिक, शाह अमरनाथ गुफा में बाबा बर्फानी के दर्शन भी करेंगे। गृह मंत्री के दौरे से पहले राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने कहा था कि अलगाववादी नेता घाटी में शांति को लेकर बातचीत के लिए तैयार हैं, लेकिन डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया है।
Jammu and Kashmir: Home Minister Amit Shah arrives in Srinagar. The Home Minister is on a 2-day visit to the state where he will review overall security situation & also discuss security arrangements for Amarnath Yatra. pic.twitter.com/fM6nJKYLBE
— ANI (@ANI) June 26, 2019
कार्यकर्ताओं ने कहा है कि अमित शाह को हुर्रियत और अलगाववादी नेताओं से कोई बातचीत नहीं करनी चाहिए। सरकार पाकिस्तान परस्त सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारूक जैसे हुर्रियत नेताओं को जेल में डाले। डोगरा फ्रंट के कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन भी किया था।
Delhi: Home Minister Amit Shah leaves for Srinagar for a 2-day visit to Jammu and Kashmir. He will review overall security situation in the state & also discuss security arrangements for Amarnath Yatra. pic.twitter.com/OIER34FmYz
— ANI (@ANI) June 26, 2019
अमरनाथ यात्रा 15 अगस्त तक चलेगी, 1 लाख जवान तैनात
1 जुलाई से शुरू अमरनाथ यात्रा 15 अगस्त तक चलेगी। इसके लिए राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। अनंतनाग जिले के पहलगाम ट्रैक और गांदरबल जिले के बालटाल ट्रैक पर कड़ी नजर रखी जा रही है। तीर्थयात्री अमरनाथ जाने के लिए मुख्य रूप से इन्हीं दो मार्गों का इस्तेमाल करते हैं। यहां एक लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी 24 घंटे तैनात हैं।
जम्मू-कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल लोकसभा में पेश हुआ
दौरे से पहले शाह की ओर से केंद्रीय राज्य गृहमंत्री जी किशन रेड्डी ने सोमवार को लोकसभा में जम्मू-कश्मीर आरक्षण संशोधन बिल 2019 पेश किया था। इसके जरिए आरक्षण अधिनियम 2004 में संशोधन किया जाएगा। बिल पास होने से अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास रहने वाले लोगों को भी आरक्षण का लाभ मिल सकेगा। संशोधन के मुताबिक, कोई भी व्यक्ति जो पिछड़े क्षेत्रों, नियंत्रण रेखा (एलओसी) और अंतरराष्ट्रीय सीमा (आईबी) से सुरक्षा कारणों से चला गया हो उसे भी आरक्षण का फायदा मिल सकेगा।