बठिंडा. शिरोमणी अकाली दल के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने बठिंडा देहाती से पार्टी नेता इंज अमित रतन को पार्टी की प्राथमिक मैंबरशिप रद्द करते हुए निकाल दिया है। यह कार्यवाही रतन के खिलाफ पार्टी वर्करों के साथ ठगी मारने के गंभीर दोष लगने के बाद में की गई है। पार्टी के मुख्य दफ़्तर से जारी किये एक बयान में शिरोमणी अकाली दल के सीनियर सह प्रधान और वक्ता डा. दलजीत सिंह चीमा ने बताया कि कुछ व्यक्तियों ने यह शिकायत दीं थीं कि अमित रत्न ने बिजनस के मौके देने के नाम पर उनके साथ करोड़ों की ठग्गी मारी है।
इसमें अकाली वर्करों व कुछ स्थानीय व्यापारियों की तरफ से पिछले दिनों केंद्र सरकार की स्कीमों में स्मार्ट कार्ड बनाने, वोटर कार्ड बनाने के नाम पर मोटीराशि वसूल करने व बाद में काम नहीं देने व पैसे भी वापिस नहीं करने के आारोप लगाए गए थे। इसमें पंजाब के साथ हरियाणा के विभिन्न जिलों में लोगों ने स्मार्ट वोटर कार्ड बनाने की स्कीम में जिले के हिसाब से पैसे दिए थे। इस काम में दर्जनों लोग आगे लोगों को काम सबलेट करने की बात कह पैसे बटोरते रहे। यही नहीं पिछले दिनों बठिंडा में भी इस बाबत एक केस पुलिस की तरफ से कुछ लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया था। हालांकि इसमें अमित रत्न का नाम नहीं था। इस तरह की शिकायत मिलने के बाद पार्टी प्रधान ने एक जांच समिति का गठन किया जिस में पूर्व मंत्री सिकन्दर सिंह मलूका, पूर्व विधायक जीत महिंदर सिंह सिद्धू और सरूप चंद सिंगला शामिल थे। इस समिति ने विस्तार से जांच की और पार्टी प्रधान सुखबीर सिंह बादल को अपनी रिपोर्ट सौंपी जिसमें पाया गया कि अमित रतन के खिलाफ लगे दोष सही हैं और समिति ने रतन खिलाफ सख़्त कार्यवाही करने की सिफारिश की। जिसका गंभीर नोटिस लेते पार्टी प्रधान ने रतन को पार्टी की प्राथमिक मैंबरशिप से निकालने का फैसला किया। गैरतलब है कि अमित रतन 2017 की विधान सभा मतदान में बठिंडा (देहाती) से अकाली दल का उम्मीदवार था।