फ्रांस ने भारत को पहला राफेल सौंपा, राजनाथ फाइटर जेट में लगे हथियारों की पूजा करेंगे
आज 4 राफेल लड़ाकू विमान पर भारतीय वायुसेना के बेड़े में शामिल हो जाएगा, लेकिन अगले साल मई-जून तक इसके भारत में आने की खबर है. तब तक दस भारतीय पायलट फ्रांस में ही रहकर राफेल पर ट्रेनिंग लेंगे. इनके अलावा इंजीनियरों और तकनीशियनों की भी एक टीम होगी यानी कुल 50-60 लोग होंगे.
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रक्षा मंत्री राजनाथ फ्रांस में ही शस्त्र पूजा करेंगे, कहा- लड़ाकू विमान को लेकर पूरा देश उत्साहित
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भारत को मिलने वाले पहले राफेल का नाम वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया के नाम पर “आरबी 001′ रखा गया
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राफेल स्काल्प और मीटियर मिसाइलों से लैस, 100 किमी के दायरे में एक साथ 40 टारगेट डिटेक्ट कर सकता है
पेरिस. फ्रांस ने मंगलवार को मेरिनेक एयरबेस पर भारत को पहला राफेल फाइटर जेट सौंपा। हैंडिंग ओवर सेरेमनी में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, फ्रांस की रक्षा मंत्री फ्लोरेंस पार्ले और दैसो एविएशन के सीईओ एरिक ट्रैपिए मौजूद थे। सेरेमनी में राजनाथ ने कहा- फेल का अर्थ आंधी होता है, मुझे उम्मीद है कि यह अपने नाम को साबित करेगा। भारत-फ्रांस के बीच हुए 59,000 करोड़ रुपए के राफेल सौदे और एयरक्राफ्ट की खूबियों को लेकर एक वीडियो प्रेजेंटेशन भी दिया गया। राजनाथ राफेल में उड़ान भरेंगे और वे इसमें लगे हथियारों की पूजा भी करेंगे। इससे पहले राजनाथ ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात की।
भारत को मिलने वाले पहले राफेल का नाम वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया के नाम पर “आरबी 001” रखा जाएगा। भदौरिया ने ही राफेल सौदे में अहम भूमिका निभाई है। राफेल में मीटियर और स्काल्प मिसाइलें लगी हैं, इससे भारतीय वायुसेना को अद्वितीय मारक क्षमता हासिल होगी। इससे पहले राजनाथ ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी मुलाकात की। वायुसेना के वाइस चीफ एयर मार्शल एचएस अरोड़ा भी रक्षा मंत्री के साथ थे।
हमारा फोकस वायुसेना की ताकत बढ़ाने पर- राजनाथ
आज विजयादशमी है और भारतीय वायुसेना दिवस है। आज का दिन प्रतीकात्मक है। राफेल एयरक्राफ्ट की डिलिवरी निर्धारित समय से हो रही है और यह वायुसेना की शक्ति में वृद्धि होगी। हमारा फोकस वायुसेना को समृद्ध करने और उसे बढ़ाने पर है। उम्मीद है कि फ्रांस द्वारा सभी 36 राफेल और वेपन सिस्टम की डिलिवरी समयसीमा के भीतर की जाएगी। मैं फ्रांस के सहयोग का शुक्रगुजार हूं, जो सुरक्षा और अन्य मामलों में भी भारत के लिए महत्वपूर्ण है। विश्व के दो बड़े लोकतंत्रों के बीच सहयोग बढ़ता रहेगा और हम रक्षा के साथ पर्यावरण संतुलन स्थापित करने में भी कामयाब होंगे। थोड़ी ही देर में मैं राफेल एयरक्राफ्ट से उड़ान भरूंगा। यह हमारे लिए सम्मान की बात होगी। भारतीय सेना के बहुत से अधिकारियों ने फ्रांस में प्रशिक्षण प्राप्त किया है। मुझे उम्मीद है कि उन्हें यहां जरूरी ज्ञान और पेशेवर विशेषज्ञता हासिल होगी। आज का दिन भारत और फ्रांस के रिश्तों में ऐतिहासिक है। राफेल का अर्थ आंधी होता है, मुझे उम्मीद है कि यह अपने नाम को साबित करेगा।
France: Defence Minister Rajnath Singh lands in Mérignac. Singh will receive the first Rafale combat aircraft later today https://t.co/mrUfVh6t8a
— ANI (@ANI) October 8, 2019
तीन दिवसीय दौरे पर गए हैं राजनाथ
राजनाथ तीन दिन के दौरे पर फ्रांस में हैं। उन्होंने सोमवार को ट्विटर पर कहा था कि भारत फ्रांस के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए उत्सुक हैं। हाल के वर्षों में भारत-फ्रांस के द्विपक्षीय संबंधों में मजबूती आई है। दोनों देशों के रिश्ते को और गहरा करना है। जानकारी के मुताबिक, पायलटों और अधिकारियों के प्रशिक्षण के बाद मई 2020 में राफेल भारत पहुंचने लगेगा। सिंह विजयादशमी के अवसर पर राफेल लड़ाकू जेट में उड़ान भी भरेंगे।
2016 में डील हुई थी
राफेल लड़ाकू विमान डील भारत और फ्रांस की सरकार के बीच सितंबर 2016 में हुई थी। इसमें वायुसेना को 36 अत्याधुनिक लड़ाकू विमान मिलेंगे। यह सौदा 7.8 करोड़ यूरो (करीब 58,000 करोड़ रुपए) का है। कांग्रेस का दावा है कि यूपीए सरकार के दौरान एक राफेल फाइटर जेट की कीमत 600 करोड़ रुपए तय की गई थी। मोदी सरकार के दौरान एक राफेल करीब 1600 करोड़ रुपए का पड़ेगा। भारत अपने पूर्वी और पश्चिमी मोर्चों पर वायुसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए राफेल ले रहा है। वायुसेना राफेल की एक-एक स्क्वॉड्रन हरियाणा के अंबाला और पश्चिम बंगाल के हशीमारा एयरबेस पर तैनात करेगी।
राफेल एक फ्रेंच शब्द है, जिसका अर्थ आंधी होता है
विजयादशमी पर होती है शस्त्र पूजा
पाकिस्तान के बालाकोट में बरसाए थे बम
राजनाथ सिंह ने राफेल यूनिट का दौरा किया
Raksha Mantri Shri @rajnathsingh has reached Mérignac. He is now visiting the Production Unit of Dassault Aviation. pic.twitter.com/fM61e9MCLN
— रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) October 8, 2019