सरकारी रेलवे पुलिस (जीआरपी) के एक अधिकारी ने मंगलवार को इस घटना की जानकारी दी. बता दें कि यह मामला झारखंड की उस घटना के महज दो दिन के अंदर सामने आया है, जिसमें 22 वर्षीय तबरेज अंसारी को भीड़ ने 18 घंटे तक पीटा. उसे जय श्री राम और जय हनुमान कहने के लिए मजबूर किया. उसे इतना पीटा गया कि आखिरकार उसकी मौत हो गई.
अब ताजे मामले में पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के 26 वर्षीय मदरसा शिक्षक हफीज मोहम्मद शाहरुख हलदर ने कहा कि उन पर बीती गुरुवार को उस वक्त हमला हुआ, जब वह ट्रेन से कैनिंग से हुगली जा रहे थे.
अधिकारी के मुताबिक, हलदर ने कहा कि लोगों का एक समूह उनके पास आया और उनसे जय श्री राम कहने के लिए कहा. जब उन्होंने जय श्री राम कहने से मना किया तो पीटना शुरू कर दिया. इसके बाद जब ट्रेन पार्क सर्कस स्टेशन पहुंचने वाली थी तो उन लोगों ने उन्हें ट्रेन से धक्का दे दिया. हलदर की आंख और हाथ पर चोट आई है. इस मामले में हलदर ने सोमवार को बालीगंज जीआरपीएस में अज्ञात लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
बता दें कि झारखंड में जय श्री राम ना कहने पर भीड़ ने एक शख्स की हत्या कर दी. जिसके बाद झारखंड सरकार और मोदी सरकार पर सवाल उठने लगे तो आनन-फानन में एसआईटी गठित की गई. झारखंड मॉब लिंचिंग मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया जा चुका है. मॉब लिंचिंग के मुद्दे पर सियासत चरम पर है और सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ऐसी घटनाएं कब और कैसी रुकेंगी.