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मोगा जिले के 47 नशा तस्करों की प्रॉपर्टी को जब्त करने के लिए दिए गए हैं आदेश
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अकेले दौलेवाला गांव के 20 स्मगलरों की प्रॉपर्टी सील करने के लिए मिली मंजूरी
मोगा. पंजाब पुलिस ने गुरुवार को 10 स्मगलरों की 27 एकड़ जमीन को कब्जे में लिया। तहसीलदार, पटवारी और पुलिस फोर्स की मौजूदगी में ये कार्रवाई को अंजाम दिया गया। अब प्रशासन की नजर उनकी कोठियों पर है। नवंबर 2019 में 6 स्मगलरों की 42 करोड़ 13 लाख दो सौ रूपए की प्रॉपर्टी को सील करने की कंपीटेंट ऑथोरिटी नई दिल्ली से मंजूरी मिली थी। माल विभाग की निशानदेही के बिना पुलिस उस प्रॉपर्टी को सील नहीं कर सकती थी। अब पुलिस ने मौका लगते ही स्मगलरों की खेती की जमीन को कब्जे में लिया है।
किसान होने का करते हैं दावा, अब बैंक बैलेंस सील सील करने की तैयारी
नशा तस्करों ने स्मगलिंग करके प्रॉपर्टी और जमीन खरीदी, लेकिन वह किसान होेने का दावा करते हैं। स्मगलरों की ओर से लग्जरी गाड़ियां भी खरीदी जाती है, जिससे नशा सप्लाई के दौरान फरार होना आसान हो जाता है। जमीन के बाद पुलिस स्मगलरों की मकान, कोठियों व गाड़ियों के अलावा बैंक बैलेंस को सील करने की तैयारी में है। कार्रवाई करने वाली टीम में तहसीलदार मोगा सुरिंदरपाल सिंह पन्नू, हल्का पटवारी छिंदा सिंह के अलावा डीएसपी-डी जंगजीत सिंह, डीएसपी धर्मकोट यादविंदर सिंह आदि शामिल थे।
47 स्मगलरों की प्रॉपर्टी जब्त करने का आदेश
तहसीलदार सुरिंदरपाल सिंह पन्नू ने कहा- ”मोगा जिले में 47 स्मगलरों की प्रॉपर्टी जब्त के आदेश हैं। इसमें से हलका धर्मकोट के 24 स्मगलरों में से 20 स्मगलर अकेले गांव दौलेवाला के हैं। पुलिस अधिकारियों व फोर्स के साथ निशानदेही की गई है।”
ये है नशे के कारोबार में घुसे दौलेवाला के स्मगलरों की दौलत
- जिन 6 स्मगलरों की प्रॉपर्टी अटैच हुई है, उनमें कारज सिंह के खिलाफ 7 मार्च 2003 को थाना कोट ईसे खां में एनडीपीएस एक्ट तहत केस दर्ज हुआ था। इस पर कई केस दर्ज हैं। 17,98,687 रुपए की नशा बेचकर बनाई प्रॉपर्टी को अटैच किया है।
- पिपल सिंह निवासी दौलेवाला के खिलाफ 3 अगस्त 2003 को एनडीपीएस एक्ट तहत केस दर्ज हुआ था। इस पर भी कई केस दर्ज हैं। अब तक 50,18,750 रुपए की प्रॉपर्टी बनाई है।
- गांव दौलेवाला निवासी गगनदीप सिंह के खिलाफ 29 नवंबर 2002 को एनडीपीएस एक्ट के तहत केस दर्ज हुआ था।
- दौलेवाला निवासी अमनदीप सिंह के खिलाफ 29 नवंबर 2002 को एनडीपीएस एक्ट तहत केस दर्ज हुआ था। दोनों भाइयों ने 37,24,219 रुपए की प्रॉपर्टी अटैच करने की मंजूरी के लिए फाइल भेजी थी।
- चार स्मगलरों के खिलाफ 13 जून 2019 को कोट ईसे खां थाने की ओर से रिकार्ड इकट्ठा कर दिल्ली भेजा गया था।
- पांचवें मामले में गांव दौलेवाला के छिंदर सिंह के खिलाफ 7 अगस्त 2018 के खिलाफ एनडीपीएस के तहत केस दर्ज हुआ था। इसकी प्रॉपर्टी 2 करोड़, 25 लाख 75 हजार रुपए की है।
- दौलेवाला के गिंदर सिंह के खिलाफ 18 दिसंबर 2002 को केस दर्ज हुआ था। आरोपी तस्कर के पास 90 लाख 15 हजार 554 रुपए की प्रॉपर्टी है।
किसकी कितनी प्रॉपर्टी की गई सीज
चौकी इंचार्ज परमदीप सिंह के मुताबिक, दौलेवाला के 20 स्मगलरों की प्रॉपर्टी सील करने की मंजूरी मिली है। गुरुवार सुबह नौ बजे से लेकर शाम पांच बजे तक कार्रवाई चली। इस दौरान 3 स्मगलर भाइयों बलविंदर सिंह, गुरचरण सिंह औप अवतार सिंह की 6 एकड़ जमीन, छिंदर सिंह व गिंदर सिंह दोनों भाइयों की 14 एकड़ जमीन, कारज सिंह की दो कनाल जमीन, हरजीत सिंह की दो कनाल जमीन, पिपल सिंह की दो कनाल जमीन के अलावा अमनदीप सिंह और गगनदीप सिंह दोनों भाइयों की एक एकड़ जमीन जब्त की गई है।
कोठियां और गाड़ियां भी की जाएंगी जब्त
डीएसपी यादविंदर ने कहा – 6 साल पहले और 6 साल बाद बनाई प्रॉपर्टी को एसएचओ की तरफ से पीटेंट अथॉरिटी नई दिल्ली से मंजूरी के लिए फाइल भेजी जाती है। दिल्ली के बाद आगे की कार्रवाई की जाती है। अब गाड़ियों और घरों को सील किया जाएगा।
कटिंग करने वाले के बेरोजगार बेटे ने बनाई कोठी
पुलिस के अनुसार बधनीकलां में एक व्यक्ति के पिता ने पूरा जीवन एक खोखे में हेयर कटिग कर गुजार थी, लेकिन आज उसने बिना किसी काम के आलीशान कोठी खड़ी कर ली है, गांव दौलेवाला में भी सैकड़ों कोठियां किसी महल से कम नहीं है।
जल्द चस्पाए जाएंगे नोटिस
तहसीलदार धर्मकोट सुरेंद्र पाल पन्नू ने बताया कि धर्मकोट कस्बे में कुल 25 ऐसे मामले सामने आए हैं जिनकी नशे से बनाई प्रॉपर्टी अटैच की जानी है। जिनमें से 20 मामले अकेले दौलेवाला के हैं। वहीं पूरे जिले में कुल 47 ऐसे मामले सामने आए हैं। उन्होनें अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे दिया है तथा जल्द ही संपत्तियों पर सरकारी आदेशों के बोर्ड लग जाएंगे व नोटिस भी चस्पा कर दिए जाऐंगे। तस्करी के लिए मशहूर है गांव दौलेवाला
गांव दौलेवाला नशे की तस्करी को लेकर चर्चा में रहा है तथा यहां पर नशे के कारण कई नौजवानों को अपनी जान से भी हाथ धोना पड़ा है, जिसको लेकर जिला प्रशासन पिछले कई दिनों से एक्शन मूड में है तथा लगातार उक्त गांव सहित ऐसे इलाकों में जहां नशा तस्करी के मामले में सामने आ रहा है वहां पर सर्च अभियान चला रहा है।