द ग्रेट पंजाब पॉलिटिकल ड्रामा / सिद्धू से मतभेद नहीं, वो काम नहीं करना चाहते तो मैं क्या कर सकता हूं: कैप्टन

श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के समागम में शामिल होंगे पीएम मोदी, कैप्टन ने दी जानकारी सिद्धू ने राहुल गांधी के बाद सीएम काे भी भेजा इस्तीफा कैप्टन बोले- सिद्धू का इस्तीफा पढ़ने के बाद ही कुछ कहना उचित होगा

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नई दिल्ली. कांग्रेसी नेता नवजोत सिद्धू ने पंजाब मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा सोमवार को सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह के सरकारी आवास पर भेज दिया। ट्विटर पर उन्होंने बाकायदा इसका एलान किया। पंजाब मंत्रिमंडल से अपना इस्तीफा कांग्रेस अध्यक्ष को भेजे जाने के बाद विरोधियों के निशाने पर आए नवजोत सिंह सिद्धू ने अपना इस्तीफा सीएम के सरकारी आवास पर तब भेजा, जब सीएम चंडीगढ़ में मौजूद नहीं थे।

उधर सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने इस्तीफा मिलने की पुष्टि करते हुए कहा कि सिद्धू से मेरा कोई मतभेद नहीं है। कैप्टन कहा कि सिद्धू काम नहीं करना चाहते तो वह इसमें क्या कर सकते हैं।रविवार को दोबारा शुरु हुआ हाई एंड पॉलिटिकल ड्रामा सोमवार को भी जारी रहा।

इस्तीफा पढ़ने के बाद ही लेंगे कोई फैसला: सिद्धू के मुद्दे पर कैप्टन ने पहली बार खुल कर बात की। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें बताया गया है कि इस्तीफा चंडीगढ़ में उनकी रिहायश पर भेज दिया गया है। लेकिन उन्होंने अभी यह इस्तीफा देखना है। वह इस संबंधी कोई भी टिप्पणी करने से पहले इस्तीफा पढ़ेंगे। उन्होंने सवाल किया कि जरनल द्वारा सौंपा गया काम करने से एक सिपाही कैसे इंकार कर सकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगर सरकार की कार्यवाही कारगर ढंग से चलानी है तो इसमें कुछ अनुशासन भी होना चाहिए।

अहम होता है बिजली विभाग… मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू को बहुत अहम बिजली विभाग दिया गया था जिसकी धान के सीजन के मौके पर जून से अक्तूबर महीने तक महत्ता और भी बढ़ जाती है। पंजाब के कई हिस्सों में उपयुक्त बारिश नहीं पड़ी और बिजली की स्थिति पर रोज़ाना निगरानी रखने की ज़रूरत होती है। उन्होंने कहा, यह काम अब वह स्वयं कर रहे हैं। ‌मुख्यमंत्री ने कहा कि सिद्धू द्वारा अपना इस्तीफा कांग्रेस प्रधान को भेजने में उनको कुछ गलत नहीं लगा। मंत्रिमंडल का फ़ैसला कांग्रेस हाईकमान की सलाह से किया जाता है जिस कारण सिद्धू द्वारा अपना इस्तीफा पार्टी प्रधान को भेजना ठीक है।

मैने कभी विरोध नहीं किया: मुख्यमंत्री ने सिद्धू और उनकी पत्नी द्वारा संसदीय चुनाव के लिए नवजोत कौर सिद्धू की उम्मीदवारी संबंधी जारी किये बयान पर अपनी नाखुशी ज़ाहिर की। उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने कभी भी नवजोत कौर सिद्धू की उम्मीदवारी का विरोध नहीं किया और सुझाव दिया था कि उसे बठिंडा से चुनाव लड़ना चाहिए जिसको सिद्धू दंपति ने रद्द कर दिया था।
इस्तीफे पर आगे क्या.

अब यह सीएम पर निर्भर करता है कि वह सिद्धू का इस्तीफा मंजूर करते हैं या नहीं। लेकिन माना यह जा रहा है कि जिस तरह से सिद्धू ने इस्तीफा दिया है उसके बाद सीएम सिद्धू का इस्तीफा मंजूर कर लेंगे। इस मामले को लेकर कैप्टन की दिल्ली में राहुल गांधी के अलावा दूसरे वरिष्ठ नेताओं के साथ भी चर्चा कर सकते हैं।

सीएम बोले- मुझे कोई समस्या नहीं, सिद्धू को है तो उसे पूछें

सिद्धू ने फिर सुलह सफाई की कोशिश की है तो मुख्यमंत्री ने कहा इसकी कोई ज़रूरत नहीं है। उन्होंने कहा,‘‘मेरा उसके साथ कोई मतभेद नहीं है। अगर सिद्धू को मुझसे किसी तरह की कोई समस्या है तो आप इस संबंधी उसे ही पूछो। धान के सीजन के महत्वपूर्ण समय काम बीच में ही छोड़ने की बजाय नया विभाग जॉइन करना चाहिए था। मंत्रिमंडल के फेरबदल में 17 में से 13 मंत्रियों के विभाग बदलने के बारे में सीएम ने कहा कि सिद्धू ही एकमात्र ऐसा मंत्री है, जिसे इससे समस्या हुई है। जबकि बाकी के मंत्रियों ने अपना कार्यभार संभाल लिया था।

मोदी 550वें प्रकाश पर्व के समागमों में आएंगे

केंद्र में मोदी सरकार बनने के बाद पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से शिष्टाचार के नाते मुलाकात की। उन्होंने प्रधानमंत्री के पास श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मौके पर करवाए जाने वाले समागमों पर भी विचार-विमर्श किया। कैप्टन अमरिंदर ने बताया कि प्रधानमंत्री ने इस महान समागम में शामिल होने की पुष्टि की है और इस समारोह को सफल बनाने के लिए हर संभव मदद देने का भरोसा दिया।

कैप्टन ने कहा कि विचार-विमर्श के दौरान 31000 करोड़ रुपए के अनाज कर्ज का मसला भी उठा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वह निश्चित तौर पर राहुल गांधी को मिलेंगे। कैप्टन ने कहा कि राहुल गांधी द्वारा पार्टी के लिए काम किया जा रहा है और इसमें कोई रुकावट नहीं आई।

 

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