पटना। कभी सुना है पत्नी, पति की शादी का रिश्ता लेकर दूसरी लड़की के पास जाए? कभी सुना है आपसी रजामंदी से पत्नी, पति की शादी करा दे? अगर न सुना हो तो ये खबर पढ़ें। पटना में ऐसा ही एक मामला सामने आया है। 13 लाख रुपये के लिए सात जन्मों के बंधन को प्लान बनाकर तोड़ दिया गया। पैसे ऐंठने के बाद दोनों फरार हो गए। फेसबुक से जब राज खुला तो काफी देर हो चुकी थी। अब पीड़ित महिला ने आयोग में दस्तक देकर न्याय की गुहार लगाई है।
ये है मामला
बांका जिले के बौसी का रहने वाला विनय रजक सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया की कुरसेलापुर ब्रांच (पूर्णिया) में कैशियर है। बताया जाता है कि पति की मृत्यु के बाद उसके प्रॉविडेंट फंड की रकम निकालने के लिए वहीं की स्थानीय महिला शोभा देवी अपनी बेटी ऋतु कुमारी के साथ बैंक पहुंची थीं। इस दौरान उन्होंने उक्त रकम का उपयोग अपनी बेटी की शादी के लिए करने की बात कैशियर विनय रजक को बताई थी।
आधार कार्ड में नाम भी करा दिया परिवर्तित
जैसे ही विनय ने शादी में 13 लाख रुपये दहेज दिए जाने की बात सुनी तो उसने अपनी पत्नी गुड़िया के साथ मिलकर शोभा देवी को ठगने का प्लान बना लिया। विनय रजक ने शोभा से खुद का परिचय एक अनाथ संतान के रूप में दिया था। धोखा देने के लिए उसने अपना नाम विनय रजक से बदलकर विनय यादव कर लिया और अपने आधार कार्ड में भी इसे सुधरवा लिया।
इसके साथ विनय की पत्नी गुड़िया ने भी शोभा देवी से मेलजोल बढ़ाकर अपने आप को विनय की पड़ोस में रहने वाली भाभी बताया और शोभा के सामने विनय रजक से ऋतु कुमारी की शादी का प्रस्ताव रख दिया। इसके बाद दोनों के झांसे में आकर शोभा ने भी नासमझी कर अपनी छोटी बेटी ऋतु का हाथ विनय के हाथ में दे दिया और एक मंदिर में दोनों ने शादी कर ली। शादी के अगले दिन ही विनय व गुड़िया ने शोभा के बैक अकाउंट से सारे पैसे अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करा लिए। इसके बाद दोनों रकम लेकर रफूचक्कर हो गए।
अगले दिन गया फिर नहीं लौटा वो…
शोभा देवी ने बिहार राज्य महिला आयोग में आवेदन देकर बताया है कि विनय रजक ने पूरी सादगी के साथ शादी करने की बात कही थी। शादी में विनय की तरफ से सिर्फ गुड़िया आई थी। वहीं शोभा की तरफ से उनकी चारों अन्य बेटियां मौजूद रहीं। शोभा के अनुसार विनय ने पास के ही एक मंदिर में ऋतु की मांग भर शादी की थी। शादी के अगले दिन जब सुबह का निकला विनय नहीं लौटा तो शक हुआ।
इस पर ऋतु और उसकी बहनों ने खोजबीन शुरू की। सोशल मीडिया पर खंगाला गया। इसी दौरान फेसबुक के माध्यम से पता चला कि विनय रजक जिसे पड़ोस की भाभी बता रहा था, असल में वह उसकी पत्नी थी। इसके बाद पीड़िता ने थाने में मामले दर्ज कराया। स्थानीय थाने में मामला दर्ज होने के बाद शोभा को दबंग धमकाने लगे और केस वापसी का दबाव बनाने लगे। अंत में परेशान होकर शोभा देवी ने अब महिला आयोग की शरण ली है।
पीड़िता का न्याय दिलाने की होगी कोशिश
बिहार राज्य महिला आयोग दी अध्यक्ष दिलमणि मिश्रा ने कहा कि मामला काफी गंभीर है। पीड़ित पक्ष ने आयोग में आकर अपनी शिकायत दर्ज कराई है। आयोग की पूरी कोशिश होगी कि पीड़ित महिला को इंसाफ मिले और दोषी जल्द से जल्द पकड़े जाएं।