दक्षिण चीन सागर पर ऑस्ट्रेलियाई नौसेना के दौरे के बाद सिडनी हार्बर पहुंचे तीन चीनी जंगी जहाज

हार्बर पर युद्धपोतों के देखे जाने के बाद विशेषज्ञों ने चिंता जताई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि सरकार को दौरे की जानकारी पहले से ही थी

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कैनबरा. ऑस्ट्रेलिया के सिडनी हार्बर में चीन के तीन जंगी जहाज देखे जाने के बाद हंगामा मच गया। दरअसल, हाल ही में एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि ऑस्ट्रेलियाई नौसेना काविवादित दक्षिण चीन सागर में गश्त के दौरानचीनी नौसेना से आमना-सामना हुआ था। यह भी कहा गया था कि ऑस्ट्रेलियाई पायलटों पर लेजर से निशाना रखा गया था। इन खबरों के बीच सोमवार सुबह अचानक 700 नौसैनिकों के साथ तीन चीनी युद्धपोत पहुंचने के बाद यहां तनाव पैदा हो गया।

प्रधानमंत्री ने दौरे के बीच जारी किया बयान

सोलोमन आईलैंड के दौरे पर गए प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को मामले की गंभीरता देखते हुए बयान जारी करना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह आम लोगों के लिए चौंकाने वाली बात हो सकती है, लेकिन सरकार को इस बारे में पता था। मॉरिसन ने कहा कि हाल ही में ऑस्ट्रेलियाई पोत चीन गए थे। ऐसे में यह चीन का पारस्परिक दौरा था। उसके युद्धपोत मध्यपूर्व (मिडिल ईस्ट) से ड्रग ट्रैफिकिंग ऑपरेशन के बाद लौटे थे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, जिन युद्धपोत को हार्बर में देखा गया उनमें एक युझाओ क्लास का लैंडिंग शिप, एक लुओमा क्लास का शिप और एक एंटी सबमरीन मिसाइल सिस्टम से लैस शुचांग क्लास का आधुनिक जहाज शामिल है। विशेषज्ञ इन तीनों युद्धपोतों के ऑस्ट्रेलिया दौरे के समय पर सवाल उठा रहे हैं।

चीनी युद्धपोतों का ऑस्ट्रेलिया आना अजीब

ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी के सिक्योरिटी कॉलेज के हेड रोरी मेडकाफ का कहना है कि आमतौर पर चीन अब तक यहां सिर्फ एक युद्धपोत ही भेजता रहा है। लेकिन 700 नौसैनिकों की टास्क फोर्स को तीन युद्धपोतों में भेजने का मामला पहली बार सामने आया है। इसके साथ ही अदन की खाड़ी से चीन जाने के दौरान ऑस्ट्रेलिया में उनके युद्धपोत का ठहरना अजीब है, क्योंकि यह काफी दूरी पर स्थित है।

दक्षिण चीन सागर में हुआ था ऑस्ट्रेलियाई शिप का पीछा
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने विवादित दक्षिण चीन सागर को सुरक्षित करने के लिए पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की नौसेना को मजबूत करना शुरू कर दिया है। इसके लिए आधुनिक हथियारों पर बड़े निवेश किए जा रहे हैं। इसी महीनेऑस्ट्रेलिया स्ट्रैटिजिक पॉलिसी इंस्टीट्यूट के हेड उआन ग्राहम ने खुलासा किया था कि एचएमएएस कैनबरा पर तैनातएक हेलिकॉप्टर जब दक्षिण चीन सागर के ऊपर से गुजर रहा था तब उसके पायलटों को कई बार लेजर लाइट से निशाना बनया गया। उन्होंने यह भी दावा किया थाथा कि विवादित क्षेत्र में ऑस्ट्रेलियाई शिप्स कोकई बार रोकने या उसका पीछा करने की कोशिश की गई।

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