20 साल में ओडिशा से टकराने वाला सबसे खतरनाक तूफान होगा फैनी, 24 घंटे तक सभी उड़ानें रद्द
चक्रवात फानी तटवर्ती इलाकों के अलावा उत्तर प्रदेश में भी कहर ढा सकता है. मौसम विभाग ने चेतावानी जारी की है कि 2 और 3 मई को उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में फानी के कारण हल्की से मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है, साथ ही तेज हवाएं चल सकती हैं. तूफान को देखते हुए ओडिशा के प्रभावित जिलों के स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
हाइलाइट्स
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- ओडिशा में 2 मई से सभी शिक्षण संस्थानों को बंद करने का आदेश
- – ओडिशा के तट पर तूफान के 3 मई के दोपहर तक आने की संभावना
- – चक्रवात फानी तटवर्ती उत्तर प्रदेश में भी कहर ढा सकता है, होगी बारिश
- – चुनाव आयोग ने ओडिशा में 11 जिलों से चुनावी आचार संहिता को हटाया
- – ओडिशा ने 15 मई तक सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द की
भुवनेश्वर. ज्वाइंट टाईफून वॉर्निंग सेंटर (जेडब्ल्यूटीसी) के मुताबिक फैनी तूफान बीते 20 सालों में अब तक का सबसे खतरनाक चक्रवात साबित हो सकता है। ओडिशा में 1999 में आए सुपर साइक्लोन से करीब 10 हजार लोग मारे गए थे। भारतीय मौसम विभाग सूत्रों के मुताबिक पिछले 43 सालों में यह पहली बार है जब अप्रैल में भारत के आसपास मौजूद समुद्री क्षेत्र में ऐसा कोई चक्रवाती तूफान उठा है।
सुबह 8-10 बजे के बीच गोपालपुर पहुंच जाएगा फैनी
सूत्र के मुताबिक ओडिशा की ओर फैनी 16 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है। यह शुक्रवार सुबह 8-10 बजे के बीच देवस्थान पुरी के पास स्थित गोपालपुर तक पहुंच जाएगा। पहले इसके पहुंचने का समय दोपहर 3 बजे माना जा रहा था। अधिकारियों के मुताबिक 13 अतिसंवेदनशील जिलों के करीब साढ़े 11 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाए जाने के प्रयास जारी हैं। अब तक साढ़े तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया जा चुका है।
चक्रवात से ओडिशा के 14 जिले प्रभावित होंगे
चक्रवात दोपहर के आसपास पुरी पहुंचेगा। इसके बाद पश्चिम बंगाल का रुख करेगा। इसका असर आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु के उत्तर-पूर्व इलाकों में भी दिखेगा। चक्रवात से ओडिशा के 14 जिले प्रभावित होंगे। इसमें पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपारा, बालासोर, भदरक, गंजम, खुर्दा, जाजपुर, नयागढ़, कटक, गाजापटी, मयूरभंज, ढेंकानाल और कियोंझार शामिल हैं।
अब तक का सबसे तेज तूफान हो सकता है
क्षेत्रीय मौसम विभाग के पूर्व निदेशक शरत साहू के मुताबिक- ओडिशा में 1893, 1914, 1917, 1982 और 1989 की गर्मियों में भी तूफान आए थे। लेकिन इस बार का चक्रवात बंगाल की खाड़ी के गर्म होने से बना है। लिहाजा यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है। भारतीय रेलवे ने सुरक्षा के लिहाज से बड़ी संख्या में ट्रेनें रद्द कर दी हैं। भुवनेश्वर एयरपोर्ट से अगले 24 घंटे तक उड़ानें प्रतिबंधित रहेंगी। नागरिक विमानन मंत्री सुरेश प्रभु ने हर तरह की सतर्कता बरतने के आदेश दिए हैं।
भुवनेश्वर। भीषण चक्रवाती तूफान फानी ने अब भयंकर रूप धारण कर लिया है. राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के मुताबिक भारत के पूर्वी तट की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान फानी के 3 मई को पुरी के दक्षिण में गोपालपुर और चांदबाली के बीच ओडिशा तट पर दस्तक देने की संभावना है. इस दौरान हवा की गति 175-185 किलोमीटर प्रति घंटे से 205 किलोमीटर प्रति घंटे तक होने की संभावना है. इसे लेकर ओडिशा के कुछ हिस्सों में येलो और कुछ में रेल अलर्ट जारी किया गया है. सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. गुरुवार से सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने के आदेश दिए गए हैं और तटीय जिलों में रह रहे आठ लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा रहा है।
Extremely Severe Cyclonic Storm FANI about 540 km south-southwest of Puri at 2330 hrs IST of 01st May, 2019. To cross Odisha coast around Puri during 3rd May. https://t.co/wRl94BRtm1 pic.twitter.com/zl6CCRUMBK
— India Met. Dept. (@Indiametdept) May 1, 2019
- चक्रवाती तूफान फानी के कारण रेलवे ने 100 से अधिक ट्रेनों को रद्द कर दिया है और दो ट्रेनों को डायवर्ट कर दिया है. यह सभी ट्रेन कोलकाता के अलावा ओडिसा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल के प्रभावित इलाकों से गुजरती है. जिन ट्रेनों को रद्द किया गया है, उनमें हावड़ा-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस, पटना-एरनाकुलम एक्सप्रेस, नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस, हावड़ा-हैदराबाद ईस्ट कोस्ट एक्सप्रेस, भुवनेश्वर-रामेश्वरम एक्सप्रेस शामिल हैं।
सुपर साइक्लोन के बाद सबसे खतरनाक चक्रवात है फानी
भीषण चक्रवाती तूफान फानी के शुक्रवार को ओडिशा के पुरी में दस्तक देने की आशंका के मद्देनजर रक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है. शैक्षणिक संस्थानों को बंद रखने के आदेश दिये गए हैं और तटीय जिलों में रह रहे आठ लाख से ज्यादा लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा रहा है. संयुक्त तूफान चेतावनी केंद्र (जेडब्ल्यूटीसी) की तरफ से जारी नवीनतम पूर्वानुमान के मुताबिक 1999 के सुपर साइक्लोन के बाद फानी सबसे खतरनाक चक्रवात माना जा रहा है, जिसके तीन मई को दोपहर बाद जगन्नाथ पुरी से गुजरने की आशंका है और इस दौरान हवा की रफ्तार 175 किलोमीटर प्रतिघंटे के आसपास रहने की उम्मीद है।
ONGC ने 500 कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया
सार्वजनिक क्षेत्र की आयल एंड नेचुरल गैस कारपोरेशन (ओएनजीसी) ने फोनी तूफान के खतरे को देखते हुए बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में रिग पर काम करने वाले अपने 480 कर्मचारियों को वहां से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया है. तूफान शुक्रवार तक क्षेत्र में पहुंचने की आशंका है. सूत्रों ने बताया कि ओएनजीसी ने भीषण चक्रवात फोनी के रास्ते में आने वाले अपने कम-से-कम चार रिग को भी सुरक्षित जल क्षेत्र में पहुंचा दिया है।
तैयारी में जुटी ओडिशा डिजास्टर टीम
चक्रवात फानी के भारतीय पूर्वी तट की ओर बढ़ने पर भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल के जहाज तथा हेलिकॉप्टर, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की राहत टीमों को महत्वपूर्ण स्थानों पर तैनात किया गया है जबकि सेना और वायु सेना की टुकड़ियों को तैयार रखा गया है. तूफान की भयावहता को देखते हुए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) आंध्र प्रदेश में 41 टीमों, ओडिशा में 28 और पश्चिम बंगाल में 5 टीमों को तैनात कर रहा है.
Bhubaneswar: Teams of Odisha Disaster Rapid Action Force gear up to face cyclonic storm #Fani. The teams left for Bhadrak at 12 pm today. #Odisha pic.twitter.com/wABSVEI9PI
— ANI (@ANI) May 1, 2019
ओडिशा में 15 मई तक डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द
ओडिशा सरकार ने चक्रवात फानी की भयावहता को देखते हुए 15 मई तक सभी डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी है. जो लोग छुट्टी पर हैं उन्हें आज शाम तक अपने-अपने हेड ऑफिस में रिपोर्ट करने को कहा गया है।
Cyclonic storm Fani: All leaves of doctors and health staff in Odisha have been cancelled upto 15th May. Those who are on leave have been asked to report back to respective Headquarters by today evening.
— ANI (@ANI) May 1, 2019