चंडीगढ़। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने SGPC के लंगर पर SGST Refund को लेकर केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल पर तंज कसते हुए कहा है कि उन्हें हकीकत का पता नहीं है। कैप्टन ने कहा कि केंद्रीय मंत्री 3.27 करोड़ रुपये के Refund की बात कर रही हैं। हकीकत यह है कि केंद्र सरकार से अभी तक बकाया बिलों में से मात्र 57 लाख रुपये ही राज्य सरकार को प्राप्त हुए हैं। अच्छा यह होगा कि हरसिमरत सिर्फ Twitter पर जानकारी देने के बजाय केंद्र सरकार पर बकाया राशि को जारी करने का दबाव बनाएं।
कैप्टन ने हरसिमरत के आरोपों को आधारहीन बताते हुए कहा है कि उनकी सरकार के दौरान उन्हें 1.96 करोड़ रुपये के बिल SGPC से प्राप्त हुए हैं। यह सारी राशि चुकाई जा चुकी है। उन्होंने कहा कि जिस 1.68 करोड़ के बकाया बिलों की बात है। वह सेवा भोज योजना के तहत केंद्र की ओर से लंगर पर GST माफ करने से पहले की अवधि के हैं, जो 1 अगस्त 2017 से 31 जुलाई 2018 के बीच के हैंं।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार इन बिलों के Refund पर केंद्र सरकार से स्पष्टीकरण मांग चुकी है। कैप्टन ने विधानसभा में दिए गए आश्वासन को लेकर कहा कि केंद्र सरकार इस संबंध में कोई स्पष्टीकरण दे या न दे। उनकी सरकार इस GST Refund की कानूनी विकल्प ढूंढने की प्रक्रिया पहले ही शुरू कर चुकी है।
झूठे तथ्य पेश कर रहे कैप्टन: हरसिमरत
केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने Twitter पर लिखा कि तथ्य लोगों के सामने हैं। मैंने गुरु के निवास के लिए कुछ धनराशि जारी करने के लिए अपना काम किया है। उन्होंने कैप्टन अमरिंदर सिंह पर इस मामले में झूठे तथ्य पेश करने का आरोप लगाया। उन्होंने इसके लिए कुछ दस्तावेज भी Twitter पर शेयर किए।