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नितिन ने एसओजी अफसरों को बताया कि वह अलीगढ़ के पास स्थित अचरोली का रहने वाला है। उसके पिता गांव के इंटर स्कूल में प्रिंसिपल थे। इसी स्कूल में एक टीचर थे जो वर्तमान में राजस्थान में उच्च पद पर तैनात हैं। नितिन ने उन्हीं का नाम लेकर आसाराम की जमानत कराने की बात कही थी। आरोपी दंपती की कॉल डिटेल खंलाली जा रही हैं। ताकि पता चल सके कि वे कौन से अफसर और नेताओं के करीबी हैं।
गिड़गिड़ाया- एक फोन कर लेने दो, रुपए लौटा दूंगा
ठग दंपती की गिरफ्तारी के बाद एसओजी ने जैसे ही आरोपियों से पूछताछ की तो आरोपी नितिन ने पुलिस अफसरों को कहा कि मुझे केवल एक फोन कर लेने दीजिए। जिसने भी मामला दर्ज कराया है उसके सारे रुपए लौटा दूंगा।
दावा- उपराष्ट्रपति ऑफिस के पीएस की सिफारिश से कमेटी में शामिल हुआ
जांच में पता चला है कि नितिन उत्तर-पश्चिम रेलवे की जोनल रेलवे यूजर कंसलटेंट कमेटी का सदस्य है। यह कमेटी रेलवे के द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं की निगरानी करती है। नितिन चार महीने पहले कमेटी में शामिल हुआ था। पूछताछ में उसने दावा किया है कि कमेटी की सदस्यता के लिए उपराष्ट्रपति कार्यालय में तैनात एक पीएस ने उसकी सिफारिश की थी।