कुछ लोगों का विरोध / सुखबीर बादल के बाद अब मानसा में हरसिमरत को दिखाए काले झंडे
पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया पंथक जत्थेबंदियों के कारण सुखबीर को बदलना पड़ा था रास्ता
मानसा. गांव बरगाड़ी में श्री गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी को लेकर पंथक संगठनों में रोष है। घटना के 4 साल बाद भी दोषियों के खिलाफ कार्रवाई न होने के कारण पंथक जत्थेबंदियां सुखबीर और उनकी पत्नी हरसिमरत का विरोध कर रहे हैं। बुधवार को जिले के ब्लॉक भीखी में प्रचार करने आईं हरसिमरत का कई लोगों ने काले झंडे दिखाकर विरोध किया।
विरोध करने वाले 12 लोग को हिरासत में लिया
मौके पर मौजूद पुलिस ने विरोध करने वालों को हिरासत में लिया है। मंगलवार को भी पंथक जत्थेबंदियों के रोष-प्रदर्शन के कारण सुखबीर को अपना रूट बदलकर तलवंडी भाई पहुंचना पड़ा था। बढ़ते विरोध के मद्देनजर दोनों नेताओं की सुरक्षा को और ज्यादा पुख्ता किया गया है। हरसिमरत को रोकने के लिए पंथक जत्थेबंदियों के कई सदस्य गांव अलीशेर में इकट्ठा हुए थे। जोगा पुलिस ने मौके पर पहुंच सभी को हिरासत में ले लिया। जैसे ही खबर शिअद (अ)के उम्मीदवार को मिली तो वह उनको छुड़ाने के लिए थाने पहुंच गए।
दावा-विरोध के कारण छोड़नी पड़ रहीं जनसभाएं
बठिंडा जिले के गांव खेमुआना में दस्तार फेडरेशन पंजाब और एक नूर खालसा फौज के सदस्यों ने हरसिमरत के काफिले को काली झंडियां दिखाई थीं। हरसिमरत मंच से बोल रही थीं तो समर्थकों ने सवाल पूछने पर एक युवक को पीट दिया था। झगड़ा बढ़ता देख हरसिमरत जब जनसभा छोड़कर निकलने लगीं तो एक अन्य व्यक्ति ने काला झंडा दिखाना शुरू कर दिया। गुस्साईं हरसिमरत ने दोबारा माइक थाम कहा था, ‘काले झंडे मुझे नहीं कांग्रेसियों को दिखाओ।’
ढिल्लों को करना पड़ा विरोध का सामना :
कांग्रेस उम्मीदवार केवल सिंह ढिल्लों को अपनी चुनाव सभाओं के दौरान कई जगहों पर लोगों के तीखे सवालों का सामना करना पड़ रहा है। बुधवार को भी जब ढिल्लों व पूर्व सीएम बीबी राजिंदर कौर भट्ठल चुनाव प्रचार के लिए लहरागागा के गांव कोटड़ा लहल पहुंचे तो टेट पास बेरोजगार नौजवानों ने उन्हें घेर लिया। नौजवान उनसे सवाल जवाब करने लगे। कुछ सवालों का जवाब देने के बाद ढिल्लों व भट्ठल वहां से चले गए।
- युवाओं ने ढिल्लों से सवाल किया कि वह एमए, बीएड, टेट पास हैं। परंतु अभी तक उन्हें नौकरी नहीं मिली है। कांग्रेस सरकार ने वादा किया था कि घर-घर नौकरी दी जाएगी।
- ढिल्लों ने उन्हें जवाब दिया कि साढे 6 लाख युवाओं को नौकरी दी जा चुकी है। युवाओं ने कहा- वह कौन से युवा हैं जिन्हें नौकरी मिली है। जिसके बाद ढिल्लों बिना जवाब दिए वहां से चले गए। वहीं, ढिल्लों ने आरोप लगाया कि विरोधी जानबूझ कर उनकी रैलियों मेंं हंगामा करवा रहे हैं।