किसानों के प्रदर्शन पर बोले अमरिंदर सिंह- ‘एमएसपी को फूड सिक्योरिटी बिल में डाल दें, किसान यही सुनना चाहता है’

Captain Amarinder Singh on Farmer Protest Exclusive: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, जब सरकार फेल हो जाती है तो मेरे कंधे से बंदूक चलाना चाह रहा है चलाए. हू केयर्स वॉट खट्टर से जो कार्यक्रम अनाउंस किया हुआ था वो उस पर गए जब रोटी की बात होती है तो मिस्टर खट्टर शुड अंडरस्टैंड कोई रूकने वाला नहीं है.

नई दिल्ली. किसानों को प्रदर्शन (Farmer Protest) करने के लिए दिल्ली के निरंकारी मैदान में जगह दे दी गई है. पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दिल्ली के अंदर प्रवेश कर विरोध प्रदर्शन की मंजूरी देने की प्रशंसा की है. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार को जल्द से जल्द किसानों से बातचीत कर कृषि कानून (Farm Law) से जुड़ी उनकी चिंताओं का समाधान करना चाहिए. न्यूज18 पंजाब के साथ हुई खास बातचीत में कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा, बीजेपी ने तो इंश्योरेंस दे दिया लेकिन अगर बीजेपी की सरकार नहीं बनी या कांग्रेस की सरकार नहीं बनी. तो क्या गारंटी है?

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार एमएसपी को फूड सिक्योरिटी बिल में डाल दें ताकि ये परमानेंट फीचर रहेगी. यही किसान सुनना चाहते हैं. मंडी सिस्टम, आड़ती सिस्टम बरकरार रहे. कैप्टन ने कहा, मैं बिचौलिया नहीं जानता हूं 100 साल से चल रहा है किसी ने बिचौलिया नहीं कहा. दुर्भाग्यपूर्ण रूप से इन्हें समझ नहीं है. कॉरपोरेट्स जो हैं वो बिचौलिये नहीं होंगे वो भी तो खरीद कर आगे बेचेंगे, आड़ती भी तो यही करता है.

किसान आड़ती और मंडी सिस्टम बरकरार रखना चाहता है, लेकिन लिमिट मत करो कि सिर्फ कॉरपोरेट हाउस ही खरीद सकते हैं, कोई और नहीं खरीद सकता. आड़ती और मंडी सिस्टम को चलने दो, कॉरपोरेट हाउस भी खरीदें. केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बयान पर कैप्टन ने कहा, ‘

कुछ भी है आखिर में नेगोसियेशन के लिए ही बैठना होता है.  3 तारीख को बुलाया है केंद्र सरकार ने
लेकिन इन्होंने पहले से घोषणा की हुई थी. अगर वो दिल्ली जाना चाहते हैं तो जाने दो, अपनी बात करने दो. किसान आंदोलन में खालिस्तानियों के शामिल होने की बात पर अमरिंदर सिंह ने कहा कि मेक अप योर माइंड, कभी कहते हैं अमरिंदर इंजीनियर कर रहा है कभी कहते हैं खालीस्तानी ने इंजीनियर किया. एमएसपी को लेजिसलेटिव सिस्टम में बना दें, हमारी बात तो सुन लो जो हम कर रहे हैं वो हवा में तो नहीं कर रहे हैं. गवर्नर साहब किस लिए बैठे हैं.

किसानों पर पानी की बौछार से गुस्साएं अमरिंदर सिंह

किसानों पर पानी की बौछार किए जाने पर गुस्सा जाहिर करते हुए सिंह ने कहा, वॉटर कैनन किसने चलाए, पंजाब पुलिस ने या हरियाणा पुलिस ने? किसने लाठी चलाई है किसानों पर,किसान कभी रूक सकते हैं बताओ. मैंने कितने मोर्चे देखे हैं. मैं इसके हक में नहीं हूं. मैं चाहता हूं कि किसान दिल्ली पहुंच गए हैं, जो जगह दी जा रही है वहां पर बैठे भाषण दो. 3 तारीख को केंद्र सरकार ने बुलाया है उससे पहले बुलाएं, लेकिन मैं ये नहीं स्वीकार करने वाला नहीं हूं जो ये खट्टर-शट्टर कह रहा है मैं अपने स्टेट को चला रहा हूं, मैं क्या इसे लीड कर रह हूं? उससे पूछो कि उसने पहले बंद क्यों किया, बाद में खोल क्यों दिया. जब दिल्ली में केंद्र सरकार ने अलाउड कर दिया है, तो खट्टर कौन होता है रोकने वाला. राइट पॉइंट हैं तो उन्हे जाने दो, टांग क्यों अड़ा रहे हो.

हरियाणा के मुख्यमंत्री खट्टर पर साधा निशाना
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर निशाना साधते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, जब सरकार फेल हो जाती है तो मेरे कंधे से बंदूक चलाना चाह रहा है चलाए. हू केयर्स वॉट खट्टर से जो कार्यक्रम अनाउंस किया हुआ था वो उस पर गए जब रोटी की बात होती है तो मिस्टर खट्टर शुड अंडरस्टैंड कोई रूकने वाला नहीं है.

जब पंजाब ने जाने दिया, दिल्ली ने खोल दी तू कौन होता है रोकने वाला तुझे क्या तकलीफ हो रही है. क्यों मेरे लोगों को रोका जब मैंने पीएम से बात की, ग़ृहमंत्री से बात की तो मुझे तेरे से बात करने की क्या जरूरत थी. मेरे गरीब किसानों के घर बैठे हैं ये जो कमरा है उससे आधा है उनका घर है
वो मेरे लोग हैं, मेरी ड्यूटी है मैं उनके साथ खड़ा हूं. मैं खड़ा हूं. जब तक पंजाब किसानों को दुख दिया है, आंसू गैस चलाई है उनसे माफी नहीं मांगेगा तब तक मैं बात नहीं करूंगा.

सेना को तैनात करने का मतलब पीस मेंटेन रहे
न्यूज18 के साथ हुई खास बातचीत में अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसानों को पहले ही प्रदर्शन करने के लिए अनुमति दे दी गई है. बुराड़ी के ग्राउंड में हमने सुबह चाय बांटी, हमने जो इनके लोग आ रहे हैं उन्हें फेसिलिटेट करवा रहे हैं.

हमारी कोई कोशिश फार्मर लीडर से बात करने की नहीं है. अगर वो हमे अप्रोच करते हैं तो हम जो कर सकते है वो फेसिलिटेट करने की कोशिश करेंगे. उन्होंने कहा कि ग्राउंड में किसानों के साथ
फोर्स का मतलब यही है कि पीस को मेंटन कर सके और पब्लिक को लॉ एंड आर्डर की दिक्कत न हो.

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