कश्मीर में भाजपा की नाव डूबी:श्रीनगर की डल झील में भाजपा कार्यकर्ताओं की नाव पलटी, कई पत्रकार भी सवार थे; सभी बचाए गए
श्रीनगर की डल झील में रविवार को भाजपा की रैली के दौरान बड़ा हादसा टल गया। यहां रैली के दौरान कार्यकर्ताओं और पत्रकारों से भरी एक नाव अचानक झील में पलट गई। नाव पर सवार सभी लोगों को बचा लिया गया है।
जम्मू-कश्मीर में DDC इलेक्शन चल रहे हैं। रविवार को 6वें फेज की वोटिंग थी। इसी को देखते हुए रविवार को भाजपा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री और जम्मू-कश्मीर के प्रभारी अरुण चुग, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन, अशोक कौल समेत कई बड़े पदाधिकारियों ने डल झील में नेहरू पार्क प्वाइंट से चार चिनारी तक शिकारा रैली निकाली। रैली के दौरान सभी पदाधिकारियों ने नाव पर सवार होकर पूरे झील का भ्रमण किया और किनारे रहने वाले लोगों से बातचीत की।
पार्टी की तरफ से पत्रकारों और कार्यकर्ताओं के लिए अलग नाव की व्यवस्था की गई थी। इसमें प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के पत्रकार और फोटोग्राफर के साथ कई कार्यकर्ता भी सवार थे। अचानक ये नाव झील में पलट गई। दूसरे नाव में सवार भाजपा के स्थानीय कार्यकर्ता और नाव चालकों ने सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
छठवें फेज में 42.79% वोटिंग हुई
DDC के 6वें फेज की वोटिंग रविवार को हुई। इसमें दोपहर 1 बजे तक 42.79% वोटिंग हुई। चुनाव आयोग के मुताबिक, चुनाव के दौरान कहीं भी किसी तरह की हिंसा की खबर सामने नहीं आई।
8 फेज में पड़ रहे वोट?
पहला फेज : 28 नवंबर (खत्म)
दूसरा फेज : 01 दिसंबर (खत्म)
तीसरा फेज : 04 दिसंबर (खत्म)
चौथा फेज : 07 दिसंबर (खत्म)
पांचवां फेज : 10 दिसंबर (खत्म)
छठा फेज : 13 दिसंबर
सातवां फेज : 16 दिसंबर
आठवां फेज : 19 दिसंबर
2018 में हुआ था चुनाव
इसके पहले नवंबर-दिसंबर 2018 में पंचायती चुनाव हुआ था। इनमें 33 हजार 592 पंच सीटों पर 22 हजार 214 प्रत्याशी और 4,290 सरपंच पदों पर 3,459 प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की थी। बाकी सीटें खाली रह गई थी, जहां अब उपचुनाव हो रहे हैं।
पहली बार प्रदेश की 6 पार्टियां मिलकर मैदान में
जम्मू-कश्मीर के इतिहास में यह पहली बार है, जब राज्य की 6 प्रमुख पार्टियां एकसाथ मिलकर चुनावी मैदान में हैं। आर्टिकल 370 हटने के बाद इन पार्टियों ने मिलकर गुपकार अलायंस बनाया है। इनमें डॉ. फारूक अब्दुल्ला की अध्यक्षता वाली नेशनल कॉन्फ्रेंस, महबूबा मुफ्ती की अगुआई वाली पीडीपी के अलावा सज्जाद गनी लोन की पीपुल्स कॉन्फ्रेंस, अवामी नेशनल कॉन्फ्रेंस, जम्मू-कश्मीर पीपुल्स मूवमेंट और माकपा की स्थानीय इकाई शामिल है। इनके सामने भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी मैदान में हैं। मौजूदा राजनीतिक समीकरण के अनुसार गुपकार अलायंस कश्मीर में मजबूत है, जबकि भाजपा की स्थिति जम्मू में काफी मजबूत है।