कर्नाटक: मुंबई से गोवा पहुंचे 15 बागी विधायक, इस्तीफों पर आज फैसला लेंगे स्पीकर

कर्नाटक का सियासी नाटक जारी है. 15 बागी विधायक मुंबई से गोवा के रिजॉर्ट पहुंच गए हैं. बीजेपी और कांग्रेस ने आज बुलाई बैठक. विधायकों के इस्तीफे पर विधानसभा अध्यक्ष आज फैसला करेंगे.

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बेंगलुरू: कर्नाटक में कुमारस्वामी सरकार चंद दिनों की मेहमान लग रही है. पहले कांग्रेस और जेडीएस के 13 विधायकों ने इस्तीफा देकर गठबंधन वाली सत्ता की कुर्सी हिलाई. इसके बाद फिर दो निर्दलीय विधायकों एच नागेश और आर शंकर ने मंत्रिपद से इस्तीफा देकर रही-सही कसर पूरी कर दी. ऐसे में इस्तीफा देने वाले विधायकों की संख्या 15 हो गई है. दोनों निर्दलीय विधायकों ने बीजेपी के समर्थन देने का फैसला किया है और उन 13 विधायकों के साथ गोवा पहुंच गये है. ऐसे में सरकार गिरने की कगार पर है. वहीं स्पीकर आज इन इस्तीफों पर फैसला ले सकते है. कांग्रेस ने स्पीकर से इस्तीफा स्वीकार ना करने को कहा है. इस बीच सरकार के बचाने की एडी चोटी का जोर लगा रही कांग्रेस ने अपने विधायक दल की आज सुबह 9.30 बजे विधानसौदा में बैठक बुलाई है. वहीं बीजेपी ने सोमवार को अपने विधायकों के साथ बैठक की जिसमें एबीपी न्यूज से येदियुरप्पा ने कहा कि सीएम अपने विधायकों का भरोसा खो चुके है और उन्हें इस्तीफा देना चाहिए. इसी मांग के साथ बीजेपी कर्नाटक के हर जिले में प्रदर्शन करेगी.

दूसरी ओर येदियुरप्पा के पीए संतोष की तस्वीर निर्दलीय विधायक एच नागेश के साथ सामने आने के बाद विवाद शुरू हो गया. इस पर येदियुरप्पा ने एबीपी न्यूज से कहा कि वो उन्हें बधाई देने पहुंचे थे क्योंकि उन्होंने समर्थन देने की बात की है.

इस बीच कर्नाटक की राजनीति में बीजेपी का खेमा सरकार बनाने को लेकर आत्मविश्वास से भरा नजर आ रहा है. वहीं गठबंधन सरकार अपने विधायकों को वापस बेंगलुरु बुलाने की कोशिश में कैबिनेट के सारे मंत्रियों का इस्तीफा ले चुकी है. वहीं जेडीएस के विधायकों को बेंगलुरु के देवनहल्ली स्थित रिसॉर्ट ले जाया गया है ताकि और तोड़ से बचा जा सके.

क्या है कर्नाटक का नंबर गेम?
कांग्रेस के 78 में से 10 विधायकों ने इस्तीफा दिया, जेडीएस के 37 में से 3 विधायकों ने इस्तीफा दिया है. दोनों निर्दलीय विधायकों ने सरकार से समर्थन वापस लेने का ऐलान किया. पहले कुमारस्वामी सरकार के पास 118 विधायकों का समर्थन था, अब ये घटकर 103 हो गया है.

 

इसके बाद गठबंधन सरकार अल्पमत में दिख रही है. दोनों निर्दलीय विधायक बीजेपी का समर्थन करने को तैयार हैं. बीजेपी के पास संख्या बल 107 विधायकों का हो गया है. इस्तीफा स्वीकार होने के बाद सरकार बनाने के लिए 106 मैजिक नंबर होगा

बेगलुरु में कांग्रेस-जेडीएस कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन

बीजेपी नेता विनय सहस्त्रबुद्धे बोले- कांग्रेस को घर संभालना पड़ रहा है भारी
कर्नाटक में जेडीएस कांग्रेस की सरकार की स्थिरता को लेकर घमासान मचा हुआ है, ऐसे में कांग्रेस बीजेपी पर विधायकों को तोड़ने का आरोप लगा रही है. इस मामले पर बीजेपी नेता विनय सहस्त्रबुद्धे से आजतक से खास बातचीत में कहा कि कांग्रेस को अपना घर संभालना मुश्किल हो रहा है, इसलिए वह दूसरों पर आरोप मढ़ रहे हैं.
शाम 7 बजे कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक
दिल्ली में शाम 7 बजे कांग्रेस वॉर रूम में वरिष्ठ नेताओं की बैठक होगी, जिसमें कर्नाटक और भविष्य की रणनीति को लेकर चर्चा की जाएगी. सूत्रों के मुताबिक जो नेता शनिवार की बैठक में शामिल हुए थे, उन्हीं नेताओं के बैठक में शामिल होने की संभावना है.

कांग्रेस के सामने सरकार बचाने की चुनौती

अब जेडीएस नेता और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के सामने सरकार बचाने की चुनौती है। राज्य में सरकार बनाने और बचाने के लिए भाजपा और जेडीएस में बैठकों का दौर जारी है। सोमवार को उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वरा ने अपने आवास पर कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों को नाश्ते पर बुलाया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री डीके शिवकुमार, यूटी खादर, शिवशंकरा रेड्डी, वेंकटरमनप्पा, जयमाला, एमबी पाटिल, केबी गौड़ा, राजशेखर पाटिल मौजूद रहे।

सरकार बचाने के लिए कुमारस्वामी इस्तीफा दे सकते हैं
13 महीने पुरानी गठबंधन सरकार को लेकर होटल ताज वेस्ट एंड में रविवार शाम को भी बैठक हुई थी। इसमें एचडी देवेगौड़ा, कुमारस्वामी और जी परमेश्वर के अलावा कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। बैठक से पहले कुमारस्वामी के मंत्री जीटी देवेगौड़ा ने कहा था कि अगर समन्वय समिति सिद्धारमैया को सीएम बनाती है तो हमें आपत्ति नहीं है। माना जा रहा है कि गठबंधन सरकार बचाने के लिए कुमारस्वामी इस्तीफा दे सकते हैं और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं। न्यूज एजेंसी ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया था कि जेडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह सुझाव दिया है कि गठबंधन सरकार बचाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।

Independent has withdrawn his support to kumaraswamy govt, countdown starts for government

अब जेडीएस नेता और मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के अलावा कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया के सामने सरकार बचाने की चुनौती है। राज्य में सरकार बनाने और बचाने के लिए भाजपा और जेडीएस में बैठकों का दौर जारी है। सोमवार को उपमुख्यमंत्री जी परमेश्वरा ने अपने आवास पर कांग्रेस के विधायक और मंत्रियों को नाश्ते पर बुलाया। इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, मंत्री डीके शिवकुमार, यूटी खादर, शिवशंकरा रेड्डी, वेंकटरमनप्पा, जयमाला, एमबी पाटिल, केबी गौड़ा, राजशेखर पाटिल मौजूद रहे।

कर्नाटक विधानसभा चुनाव में सबसे कम सीट जीतने के बावजूद जनता दल सेकुलर को सत्ता मिली और कांग्रेस के समर्थन से एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बन गए. लेकिन मई 2018 में सत्ता की कमान मिलने से अब तक उनका सफर बेहद चुनौतियों भरा रहा है और अब हालात ये आ पहुंचे हैं कि उनकी सरकार गिरने की कगार पर खड़ी है. कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायक इस्तीफा दे चुके हैं, जबकि एक निर्दलीय ने सरकार से समर्थन वापस लेते हुए बीजेपी के समर्थन का ऐलान कर दिया है. इस पूरे सियासी घटनाक्रम के बाद विधानसभा के समीकरण ऐसे हो गए हैं कि भारतीय जनता पार्टी बहुमत की स्थिति में नजर आ रही है.

कर्नाटक विधानसभा में कुल 225 सदस्य होते हैं, इनमें एक सदस्य मनोनीत होता है. मई 2018 में पहले 222 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव हुए और बाकी 2 सीटों पर बाद में चुनाव हुए. सभी चुनाव नतीजों के बाद बीजेपी के विधायकों की कुल संख्या 105 हो गई, जबकि एक निर्दलीय के शामिल होने के बाद कांग्रेस 80 पर आ गई (इसमें विधानसभा स्पीकर भी शामिल है) और जेडीएस की संख्या 37 रही. वहीं, एक निर्दलीय और एक बीएसपी विधायक ने गठबंधन सरकार को समर्थन दिया. इस तरह कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार 118 विधायकों (कांग्रेस-79, जेडीएस-37, निर्दलीय-1, बीएसपी-1) के समर्थन से चल रही थी. अब इस एक निर्दलीय विधायक नागेश ने भी कुमारस्वामी सरकार से समर्थन वापस ले लिया. जबकि बीएसपी विधायक का समर्थन जारी है.

इस्तीफों के बाद बने ये समीकरण

अब तक कांग्रेस के 10 और जेडीएस के 3 विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. इन 13 विधायकों के इस्तीफों के बाद विधानसभा की संख्या 224 से घटकर 211 रह जाएगी. इनमें एक सीट स्पीकर की है. यानी अगर इन सभी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार होते हैं तो बहुमत का हिसाब 210 सीटों पर लगाया जाएगा और किसी भी पार्टी को सरकार में रहने के लिए 106 विधायकों के समर्थन की जरूरत होगी.

कर्नाटक कांग्रेस के सभी मंत्री इस्तीफा देंगे: सांसद
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा, ‘हम कर्नाटक के राजनीतिक मुद्दों को लोकसभा में उठाएंगे। भाजपा एक पोचर पार्टी है।’ वहीं, कांग्रेस सांसद डीके सुरेश ने कहा कि कर्नाटक में जो कुछ हो रहा उसके पीछे भाजपा का हाथ है। कर्नाटक कांग्रेस के सभी मंत्री अपने पद से इस्तीफा देने जा रहे हैं। भाजपा नहीं चाहती है कि कोई विपक्षी पार्टी किसी राज्य या केंद्र की सत्ता में रहे। वह लोकतंत्र को खत्म कर रही है।

सरकार बचाने के लिए कुमारस्वामी इस्तीफा दे सकते हैं
13 महीने पुरानी गठबंधन सरकार को लेकर होटल ताज वेस्ट एंड में रविवार शाम को भी बैठक हुई थी। इसमें एचडी देवेगौड़ा, कुमारस्वामी और जी परमेश्वर के अलावा कांग्रेस नेता भी मौजूद थे। बैठक से पहले कुमारस्वामी के मंत्री जीटी देवेगौड़ा ने कहा था कि अगर समन्वय समिति सिद्धारमैया को सीएम बनाती है तो हमें आपत्ति नहीं है। माना जा रहा है कि गठबंधन सरकार बचाने के लिए कुमारस्वामी इस्तीफा दे सकते हैं और कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे नए मुख्यमंत्री बन सकते हैं। न्यूज एजेंसी ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया था कि जेडीएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवगौड़ा ने यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह सुझाव दिया है कि गठबंधन सरकार बचाने के लिए मल्लिकार्जुन खड़गे को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है।

कर्नाटक विधानसभा में भाजपा के सबसे ज्यादा सदस्य

पार्टी सीट
भाजपा 104
कांग्रेस 80
जेडीएस 37
केपीजेपी 1
निर्दलीय 1
अन्य 1

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