ऐसा पहली बार हुआ है… हरियाणा और पंजाब के मुख्य सचिव पदों पर बना महिलाओं का दबदबा

केशनी के साथ साथ मीनाक्षी आनंद और उर्वशी गुलाटी के दोनों बहनें भी हरियाणा के मुख्य सचिव रह चुकी हैं। जबकि बताते चलें कि हरियाणा 1966 में पंजाब से अलग हुआ था। उसके बाद पंजाब में यह पहला ऐसा मौका है जब किसी महिला ने मुख्य सचिव की कमान संभाली है।

ऐसा पहली बार हुआ है, जब हरियाणा और पंजाब दोनों पड़ोसी राज्यों के मुख्य सचिव पदों पर महिलाओं का दबदबा कायम हुआ है। यह अपने आप में महिला सशक्तीकरण की मिसाल भी है।

शुक्रवार को पंजाब की पहली मुख्य सचिव विनी महाजन ने पदभार संभाला। विनी महाजन 1987 बैच के आईएएस ऑफिसर है और अभी भी पंजाब सरकार में विभिन्न विभागों के अतिरिक्त मुख्य सचिव का पदभार संभाल रही हैं। पंजाब सरकार में उन्हें अब मुख्य सचिव बनाया है।
बताते चलें कि हरियाणा के मुख्य सचिव भी केशनी आनंद अरोड़ा महिला ही हैं। केशनी और उनकी तीन बहनें देश की अनोखी मिसाल हैं। तीन बहनें, तीनों आईएएस अफसर और तीनों ही हरियाणा की मुख्य सचिव रह चुकी हैं। पंजाब विश्वविद्यालय के दिवंगत प्रोफेसर जेसी आनंद की तीन बेटियां एक-एक कर आईएएस अधिकारी बनीं और फिर हरियाणा प्रशासन के सर्वोच्च पद पर पहुंचीं।
केशनी के साथ साथ मीनाक्षी आनंद और उर्वशी गुलाटी के दोनों बहनें भी हरियाणा के मुख्य सचिव रह चुकी हैं। जबकि बताते चलें कि हरियाणा 1966 में पंजाब से अलग हुआ था। उसके बाद पंजाब में यह पहला ऐसा मौका है जब किसी महिला ने मुख्य सचिव की कमान संभाली है।

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