ऐलान / फिल्म मेकर्स ने कहा- मोदी की बायोपिक लोकसभा चुनाव नतीजों के अगले दिन रिलीज होगी
पहले यह फिल्म 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी, लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर रोक लगा दी थी, अब 24 मई को रिलीज होगी इस फिल्म में अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने नरेंद्र मोदी का किरदार निभाया है
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बायोपिक की रिलीज की तारीख तय हो गई है। फिल्म मैकर्स ने लोकसभा चुनाव परिणाम के अगले दिन (24 मई को) बायोपिक रिलीज करने का फैसला किया है। इस फिल्म में अभिनेता विवेक ओबेरॉय ने नरेंद्र मोदी का किरदार निभाया है। पहले यह फिल्म 5 अप्रैल, फिर 11 अप्रैल को रिलीज होनी थी, लेकिन चुनाव आयोग ने इस पर रोक लगा दी थी। फिल्म के प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने कहा कि हमने चुनाव आयोग के फैसले के मुताबिक चुनाव परिणाम के बाद फिल्म को रिलीज करने का फैसला किया है।
फिल्म के प्रोड्यूसर संदीप सिंह ने इसके बारे में बात करते हुए कहा, “एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम देश के कानून का सम्मान करते हैं। चर्चा करने के बाद हम इस फैसले पर पहुंचे हैं कि लोकसभा चुनाव होने के बाद हम इस फिल्म को रिलीज करेंगे। अब हम अपनी फिल्म को 24 मई को रिलीज करेंगे। यह पहली बार होगा जब किसी फिल्म का प्रचार केवल 4 दिन किया जाएगा। उम्मीद करता हूं कि किसी को फिल्म से कोई दिक्कत नहीं होगी और इस बार यह रिलीज हो सकेगी।”
विपक्षी पार्टियों की शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने लगाई थी रोक
देश में लोकसभा चुनाव के पहले चरण की शुरूआत के दिन 11 अप्रैल को नरेंद्र मोदी की बायोपिक रिलीज होने वाली थी। लेकिन कांग्रेस समेत कई पार्टियों ने चुनाव आयोग से शिकायत की। तर्क दिया गया था कि इस फिल्म से मोदी का प्रचार होगा और चुनाव पर असर पड़ेगा। इसके बाद फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी गई। इस फिल्म में बॉलीवुड अभिनेता विवेक ऑबेराय ने मोदी की भूमिका निभाई है।
सुप्रीम कोर्ट ने सही ठहराया था चुनाव आयोग का फैसला
इस फिल्म की रिलीज को रोके जाने के लिए दिल्ली, मुंबई और इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिकाएं दाखिल की गईं थी। इन याचिकाओं में कहा गया था कि यह संविधान की स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव की अवधारणा के विपरीत है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव आयोग को यह निर्देश दिया था कि वह फिल्म देखकर इस फिल्म के रिलीज पर फैसला ले। चुनाव आयोग ने लोकसभा चुनाव परिणाम तक फिल्म की रिलीज पर रोक लगा दी थी, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने भी सही ठहराया था। कोर्ट का कहना था कि अगर चुनाव के दौरान इस फिल्म को रिलीज किया गया तो बीजेपी को राजनीतिक दल को इसका भरपूर लाभ मिलेगा।