उन्नाव गैंगरेप मामला: प्रियंका गांधी ने रोड एक्सीडेंट पर उठाए सवाल, पूछा- न्याय की उम्मीद की जा सकती है?

उन्नाव रेप कांड में सड़क हादसे को लेकर पीड़िता की मां ने आरोपी विधायक कुलदीप सेंगर पर साजिश का लगाया आरोप है. वहीं पीड़िता की बहन ने कहा कि विधायक सेंगर के समर्थक लगातार सुलह के लिए धमकी दे रहे थे. हादसे में पीड़िता की चाची और मौसी की मौत हो गई जबकि खुद पीड़िता और वकील जख्मी हैं.

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नई दिल्ली: उन्नाव रेप कांड की कल सड़क हादसे में गंभीर रूप से जख्मी हो गईं. रेप पीड़िता कल जब अपने परिवार और वकील के कहीं जा रही थी तो रायबरेली के गुरबख़्शगंज थाना इलाके में एक ट्रक ने उसकी कार का जबरदस्त टक्कर मार दी. इस हादसे में पीड़िता की मौसी और चाची की मौत हो गई जबकि वकील और खुद रेप पीड़िता अस्पताल में जिंदगी की जंग लड़ रही है. परिवार और समाजवादी पार्टी का इल्जाम है कि निलंबित बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ मुकदमे को रफा दफा करने के लिए रेप को पीड़िता को मारने की कोशिश की गई. वहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी इस घटना को लेकर योगी सरकार पर हमला बोला है.

 

प्रियंका गांधी का हमला-BJP से न्याय की उम्मीद की जा सकती है?
इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियां योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमलावर हैं. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, ”बलात्कार पीड़िता के साथ सड़क दुर्घटना का हादसा चौंकाने वाला है. इस केस में चल रही सीबीआई जांच कहां तक पहुंची? आरोपी विधायक अभी तक भाजपा में क्यों हैं? पीड़िता और गवाहों की सुरक्षा में ढिलाई क्यों? इन सवालों के जवाब बिना क्या भाजपा सरकार से न्याय की कोई उम्मीद की जा सकती है?”

 

पीड़िता से मिलने अस्पताल जाएंगे अखिलेश यादव
इस बीच खबर है कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव आज उन्नाव रेप केस की पीड़िता से मुलाकात करने के लिए जाएंगे. अखिलेश यादव ने कल कहा था कि घटना की जांच सीबीआई से करानी चाहिए, घटना से बीजेपी की विधायक जुड़ा है और प्रदेश में बीजेपी की सरकार है. प्रदेश में जंगल राज है और अपराधी बेखौफ हैं. समाजवादी पार्टी इसे सड़क दुर्घटना मानने को तैयार नहीं है. पार्टी का कहना है कि वो पीड़िता के इलाज का पूरा खर्च भी उठाएगी.

 

डीजीपी बोले- सीबीआई को जांच देने में कोई ऐतराज नहीं
वहीं इस मामले पर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह का बयान आया है. उन्होंने कहा है कि अगर सीबीआई जांच की मांग जाएगी तो जांच सीबीआई को देने में यूपी पुलिस को एतराज नहीं है. हालांकि पहली नजर ये हादसा लग रहा है. लेकिन इसके बाद भी डीजीपी ने काफी कुछ कहा है. उन्नाव रेप पीड़िता को लेकर कहा है कि उन्होंने सुरक्षा लेने से मना कर दिया था. उन्होंने कहा कि पीड़िता को दस सुरक्षाकर्मी दिए गए थे जिसमें सात घर के बाहर तैनात रहते हैं और तीन पर्सनल सेक्युरिटी ऑफिसर हैं. इस दुर्घटना से पहले उन्होंने सुरक्षाकर्मियों से गाड़ी में जगह ना होने की बात कहकर साथ ना चलने को कहा था.

 

पीड़ित परिवार ने लगाया हत्या की साजिश का आरोप
पीड़िता की बहन का आरोप है कि क़रीब 4 दिन पहले कोई नवीन सिंह नाम के शख्स ने परिवारवालों को धमकी दी थी कि केस वापस ले लो वरना जेल में बन्द चाचा को अभी जेल में डलवाया है, आगे फांसी पर लटकवा देंगे. पीड़िता की बहन ने आरोप लगाया कि पीड़िता जब दिल्ली में रहती थी तब सुरक्षाकर्मी उसके साथ होते थे लेकिन उन्नाव में वो लोग नहीं आते थे. पीड़िता की बहन साफ़ तौर पर विधायक कुलदीप सेंगर पर साजिश रचने का आरोप लगा रही है. साथ ही पीड़ित की मां ने भी हत्या कराने और एक्सीडेंट के पीछे साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि रोज कचहरी में जान से मारने की बात कहते थे आखिर करा ही दिया. उन्होंने आरोप लगाया कि जेल के अंदर विधायक का नेटवर्क चलता है.

 

ट्रक की नंबर प्लेट पर पुती कालिख से उठ रहे सवाल
उन्नाव रेप कांड की पीड़ित के साथ हुए हादसे पर संदेह इसलिए गहरा रहा है क्योंकि जिस ट्रक से पीड़िता की कार की टक्कर हुई, उस ट्रक की नंबर प्लेट पर कालिख पोतकर उससे छेड़छाड़ की गई है. प्लेट पर सिर्फ UP 71 लिखा दिखाई दे रहा है. पुलिस ने ट्रक के ड्राइवर को पकड़ लिया है. हालांकि बचने की ये तरकीब काम नहीं आई क्योंकि ट्रक और मालिक की पहचान हो गई है. मालिक भी पकड़ा गया है. ट्रक फतेहपुर का निकला है. वहीं पीड़िता जिस स्विफ़्ट कार से रायबरेली जा रही थी, वो कार वक़ील महेंद्र सिंह की है. कार का नम्बर दिल्ली का है. घटना के बाद कार का बोनट पूरी तरह अंदर की तरफ़ धंस गया है वहीं सीट और स्टीयरिंग तक टेढ़ी हो गई है. कार की हालत ऐसी है कि छत तक पिचकी हुई है. पीछे की सीट भी टूटकर ऊपर की तरफ चली गई.

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