नई दिल्ली। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारत की प्रतिक्रिया पर हैरानी जताई है. इमरान खान ने कहा कि मैं राष्ट्रपति ट्रम्प के प्रस्ताव पर भारत रुख से हैरान हूं. ट्रम्प भारत और पाकिस्तान के बीच 70 वर्षों से जारी विवाद को हल करने के लिए पहल करना चाहते हैं.
3. Surprised by reaction of India to Pres Trump's offer of mediation to bring Pak & India to dialogue table for resolving Kashmir conflict which has held subcontinent hostage for 70 yrs. Generations of Kashmiris have suffered & are suffering daily and need conflict resolution.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) July 23, 2019
इमरान खान ने एक ट्वीट में लिखा, ‘कश्मीर विवाद न सुलझने की वजह से कश्मीर के लोग मुश्किलों का सामना कर रहे हैं.’ इमरान खान ने अमेरिकी राष्ट्रपति की पहल का स्वागत किया और साथ साथ अमेरिकी पाकिस्तानी नागरिकों का भी आभार जताया.
दूसरी ओर कश्मीर पर भारत की नीति साफ है. भारत किसी भी तीसरे देश की मध्यस्थता नहीं चाहता है. जम्मू-कश्मीर को भारत हमेशा से अपना अभिन्न हिस्सा मानता रहा है. ट्रम्प ने दावा किया था कि पीएम नरेंद्र मोदी ने उनसे कश्मीर मुद्दे को सुलझाने में मदद मांगी थी. इस बायान के तत्काल बाद विदेश मंत्रालय ने साफ किया था कि पीएम मोदी ने ट्रम्प से ऐसा कुछ नहीं कहा है.
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भारतीय संसद में कहा कि कभी भी ऐसा कोई आग्रह नहीं किया गया. उन्होंने कहा, “इस मुद्दे पर भारत का रुख हमेशा से एक ही रहा है कि पाकिस्तान के साथ सभी लंबित मुद्दों पर सिर्फ द्विपक्षीय वार्ता ही हो सकती है. पाकिस्तान के साथ किसी वार्ता के लिए उसे सीमा पार आतंकवाद को खत्म करना होगा.” जयशंकर ने स्पष्ट रूप से ट्रम्प के दावे को खारिज कर दिया और सदन को आश्वस्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने ऐसा कोई आग्रह नहीं किया है.