अब प.बंगाल पहुंचा तूफान, 90 किमी/घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा
कोलकाता एयरपोर्ट पर विमानों की आवाजाही बंद बांग्लादेश में भी अलर्ट, 4 लाख लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। ओडिशा के कटक, खुर्दा, भुवनेश्वर और पुरी में सबसे ज्यादा नुकसान
भुवनेश्वर.. चक्रवाती तूफान फैनी शनिवार को पश्चिम बंगाल पहुंच गया। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक- फैनी बंगाल के खड़गपुर को पार कर चुका है। इसके अब 90 किमी/घंटे की रफ्तार से उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ने की आशंका है। तूफान के चलते शुक्रवार को ओडिशा में 8 लोगों की मौत हो गई। वहीं, 160 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं।
IMD: Severe #CycloneFani weakened into a cyclonic storm and lay centered at 60 km NW of Kolkata at 0530 IST of 4th May. To weaken into Deep Depression and move into Bangladesh by noon. pic.twitter.com/8BjSXQvyza
— ANI (@ANI) May 4, 2019
- गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में राज्य सरकार ने बताया कि ओडिशा के चार जिले कटक, खुर्दा, भुवनेश्वर और पुरी तूफान से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए। इनमें भारी नुकसान हुआ है। तटीय और निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
West Bengal: Clearing of uprooted trees from the road underway in Digha, weather clear. #CycloneFani pic.twitter.com/xMg1mdpNdn
— ANI (@ANI) May 4, 2019
बांग्लादेश में अलर्ट
भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में फैनी के चलते अलर्ट जारी किया गया। यहां 25 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। अब तक 4 लाख लोगों को निचले इलाकों से निकाला जा चुका है।
Rain lashes Kolkata as #CycloneFani hit West Bengal by crossing Kharagpur earlier today pic.twitter.com/sP8ktKn2rR
— ANI (@ANI) May 4, 2019
1999 में आए सुपर साइक्लोन के बाद सबसे खतरनाक तूफान माना जा रहा फैनी शुक्रवार सुबह करीब साढ़े आठ बजे ओडिशा के पुरी तट से टकराया। इससे कई मकानों काे नुकसान पहुंचा। हजारों पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। निचली बस्तियों में पानी भर गया। जिस वक्त तूफान पुरी तट से टकराया, हवा की रफ्तार 175 किमी/घंटे थी। कुछ स्थानों पर यह 200 किमी/घंटे तक पहुंची।
नौसेना के 3 जहाज राहत कार्य के लिए तैनात
तटरक्षक बल ने कहा है कि चक्रवाती तूफान फोनी को देखते हुए 34 राहत दलों और चार तटरक्षक पोतों को राहत कार्य के लिए तैनात किया गया है। नौसेना के प्रवक्ता कैप्टन डीके शर्मा ने दिल्ली में कहा कि नौसेना के पोत सहयाद्री, रणवीर और कदमत को राहत सामग्री और चिकित्सा दलों के साथ तैनात किया गया है।
5000 किचन बनाए गए
एनडीआरएफ की 28, ओडिशा डिजास्टर मैनेजमेंट रैपिड एक्शन फोर्स की 20 यूनिट और फायर सेफ्टी डिपार्टमेंट के 525 लोग रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे हैं। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की 302 रैपिड रिस्पॉन्स टीम तैनात की गई हैं। राहत शिविरों में भोजन की व्यवस्था करने के लिए 5000 किचन बनाए गए हैं।
तटीय जिलों में यातायात बंद
ओडिशा के तटीय जिलों में फैनी के दौरान रेल, सड़क और हवाई यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया। गुरुवार मध्यरात्रि से बीजू पटनायक इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर सभी उड़ानें 24 घंटे के लिए रोक दी गई हैं। कोलकाता एयरपोर्ट भी शुक्रवार रात से शनिवार शाम तक बंद रहेगा।
चक्रवात से ओडिशा के 14 जिले प्रभावित होंगे
चक्रवात का ओडिशा के 14 जिलों में असर है। इनमें पुरी, जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा, बालासोर, भद्रक, गंजम, खुर्दा, जाजपुर, नयागढ़, कटक, गाजापटी, मयूरभंज, ढेंकानाल और कियोंझर शामिल हैं। चक्रवात ओडिशा के बाद पश्चिम बंगाल का रुख करेगा। इसका असर आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु के उत्तर-पूर्व इलाकों में भी दिखेगा। बंगाल में पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर, दक्षिण और उत्तर 24 परगना जिले, हावड़ा, हुगली, झारग्राम, कोलकाता के साथ ही श्रीकाकुलम, विजयनगरम और आंध्रप्रदेश का विशाखापत्तनम जिला भी तूफान से प्रभावित हो सकता है।
20 साल में ओडिशा से टकराने वाला सबसे खतरनाक तूफान
ज्वाइंट टाईफून वॉर्निंग सेंटर (जेडब्ल्यूटीसी) के मुताबिक फैनी तूफान बीते 20 सालों में अब तक का सबसे खतरनाक चक्रवात साबित हो सकता है। ओडिशा में 1999 में आए सुपर साइक्लोन से करीब 10 हजार लोग मारे गए थे। भारतीय मौसम विभाग सूत्रों के मुताबिक पिछले 43 सालों में यह पहली बार है जब अप्रैल में भारत के आसपास मौजूद समुद्री क्षेत्र में ऐसा कोई चक्रवाती तूफान उठा है। क्षेत्रीय मौसम विभाग के पूर्व निदेशक शरत साहू के मुताबिक- ओडिशा में 1893, 1914, 1917, 1982 और 1989 की गर्मियों में भी तूफान आए थे। लेकिन इस बार का चक्रवात बंगाल की खाड़ी के गर्म होने से बना है। लिहाजा यह ज्यादा खतरनाक हो सकता है।