मुंबई। अपनी बेबाकी के लिए जाने जाने वाले फिल्मकार अनुराग कश्यप ने ट्विटर छोड़ दिया है. अपने पैरेंट्स को आने वाले अनजान फोन कॉल्स और बेटी को मिल रही धमकियों को वजह बताते अनुराग कश्यप ने दो ट्वीट भी किए और अपना अकाउंट डिलीट कर दिया है. अनुराग कश्यप उन हस्तियों में से हैं जो सामाजिक मुद्दों पर सोशल मीडिया पर मुखर रहते हैं.
Very sad that Sri Anurag Kashyap deleted his Twitter. It is sad & bad for democracy when we cant voice our opinion with out fear.
I disagree with Anurag Kashyap ji on 99% of issues, but his Right to say is our Responsibility as a Nation. #AnuragKashyap .. God bless
Jai Hind pic.twitter.com/GUwXp80tA6— Rahul Easwar (@RahulEaswar) August 10, 2019
अनुराग कश्यप ने ट्वीट किया, ‘जब आपके माता-पिता को फोन आने लग जाएं और आपकी बेटी को ऑनलाइन धमकियां मिलने लगे तो फिर कोई भी बात नहीं करना चाहेगा. कोई वजह या कोई भी तर्क नहीं बचेगा. दबंगों का राज होगा और दबंगई जीने का नया तरीका. सबको नया भारत मुबारक हो और आप इसमें रह सकें. आपको खुशियां और तरक्की मिले. ये मेरा आखिरी ट्वीट होगा क्योंकि मैं ट्विटर छोड़ रहा हूं. जब मैं बिना डर के बोल नहीं सकता तो मैं बोलूंगा ही नहीं. गुड बाय.’
बहरहाल, खुद को हिंदू कार्यकर्ता बताने वाले राहुल ईश्वर ने कहा कि बहुत दुख की बात है कि अनुराग कश्यप ने अपना ट्विटर डिलीट कर दिया. यह लोकतंत्र के लिए दुखद और बुरा है जब हम बिना डर के अपनी राय नहीं जाहिर कर सकते. मैं 99% मुद्दों पर अनुराग कश्यप से असहमत हूं, लेकिन उनके कहने का अधिकार एक राष्ट्र के रूप में हमारी जिम्मेदारी है.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाने के केंद्र सरकार के फैसले पर अनुराग कश्यप ने ट्वीट किया था. अनुराग कश्यप ने कश्मीर पर सरकार के फैसले के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना निशाना साधा था. अनुराग ने कश्मीर पर फैसले को लेकर खुद के कंफ्यूज होने की स्थिति भी जाहिर की थी.
अनुराग ने ट्वीट में लिखा था, उन्हें सरकार के फैसले पर विरोध से कहीं ज्यादा फैसला लिए जाने के तरीके से डर लग रहा है. अनुराग ने कश्मीर को लेकर बैक टू बैक तीन ट्वीट किए. उन्होंने लिखा, Article 370 या 35A, के बारे में में ज़्यादा नहीं कह सकता. इसका implication, history, या facts मैं अभी भी समझा नहीं हूं. कभी लगता है जाना चाहिए था, कभी लगता है क्यों गया. ना मैं कश्मीरी मुसलमान हूं, न कश्मीरी पंडित. मेरा कश्मीरी दोस्त कहता है कश्मीर की कहानी Roshomon की तरह है.
अनुराग कश्यप ने लिखा, कई पहलू हैं कश्मीर के. सभी सही हैं और सभी ग़लत. बस इतना जानता हूं कि जिस तरीके से यह सब हुआ, सही नहीं था. उन्होंने लिखा, पता है डराने वाली बात क्या है, ये कि एक आदमी सोचता है कि 1,200,000,000 लोगों के लाभ के लिए क्या बेहतर है, उसे मालूम है, उसे अपनी शक्ति का इस्तेमाल करने की एक्सेस है. अनुराग कश्यप का ये ट्वीट सीधा-सीधा पीएम नरेंद्र मोदी की तरफ इशारा कर रहा था.
इस ट्वीट के बाद अनुराग दक्षिणपंथियों के निशाने पर आ गए. भारी ट्रोलिंग के बाद अनुराग ने फिर से ट्वीट किया और लिखा कि वो आर्टिकल 370 को समझ नहीं पाए हैं लेकिन जिस तरीके से इसे हटाया गया उसका तरीका गलत था. इससे पहले लिंचिंग को लेकर प्रधानमंत्री को पत्र लिखने वालों में नाम होने की वजह से भी अनुराग कश्यप को ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा था.