सावन में भगवान शिव के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंग! घर बैठे करें 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन

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सावन का महीना भगवान शिव का महीना माना जाता है.  पंचाग के अनुसार इस बार सावन का महीना 17 जुलाई से 15 अगस्त तक रहेगा. सावन का महीना जल तत्व का महीना है. इस महीने में शुक्र और चंद्र दोनों ही मजबूत होते हैं. ये दोनों ही ग्रह सरलता से सुख और समृद्धि प्रदान करते हैं. इन दोनों ग्रहों को मजबूत करके आसानी से भाग्य को मजबूत किया जा सकता है. धन और ऐश्वर्य के लिए शुक्र और चंद्र के साथ शिव जी की उपासना करना बहुत लाभकारी हो सकता है.

सावन में भगवान शिव के प्रसिद्ध 12 ज्योतिर्लिंग

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सौराष्ट्र प्रदेश (काठियावाड़) में श्रीसोमनाथ, श्रीशैल पर श्रीमल्लिकार्जुन, उज्जयिनी (उज्जैन) में श्रीमहाकाल, ॐकारेश्वर अथवा अमलेश्वर, परली में वैद्यनाथ, डाकिनी नामक स्थान में श्रीभीमशङ्कर, सेतुबंध पर श्री रामेश्वर, दारुकावन में श्रीनागेश्वर, वाराणसी (काशी) में श्री विश्वनाथ, गौतमी (गोदावरी) के तट पर श्री त्र्यम्बकेश्वर, हिमालय पर केदारखंड में श्रीकेदारनाथ और शिवालय में श्रीघुश्मेश्वर।

धन प्राप्ति के लिए सावन में क्या करें?

– नियमित रूप से शिवलिंग पर जल की धारा अर्पित करें.

– प्रातः और सायं शिव जी के दरिद्रतानाश मन्त्र का जाप करें.

– मंत्र होगा – “ॐ दारिद्रय दुःख दहनाय नमः शिवाय”

– रोज यथाशक्ति कुछ न कुछ धन का दान अवश्य करें.

कर्ज मुक्ति के लिए सावन में क्या करें ?

– रोज प्रातः शिव मंदिर जाएं.

– सबसे पहले शिवलिंग पर शहद अर्पित करें.

– उसके बाद शिवलिंग पर जल की धारा अर्पित करें.

– ऐसा करते समय एक विशेष मंत्र का जाप करें.

– मंत्र होगा – “ॐ ऋणमुक्तेश्वराय नमः शिवाय”

– मंत्र जप के बाद कर्ज मुक्ति की प्रार्थना करें

– ये उपाय सावन के हर मंगलवार करें.

शीघ्र विवाह के लिए सावन में क्या करें ?

– प्रातः स्नान करके शिवजी को जल अर्पित करें.

– अपनी उम्र के बराबर बेलपत्र शिव जी को अर्पित करें.

– “नमः शिवाय” का जप करें.

– एक दो मुखी या छः मुखी रुद्राक्ष धारण करें.

– पूरे सावन में सात्विक आहार ग्रहण करें.

– यह उपाय सावन के हर सोमवार को करें.

भाग्य को मजबूत करने के लिए सावन में क्या करें ?

– शिवलिंग पर जल, बेलपत्र और सुगंध अर्पित करें.

– यथाशक्ति “नमः शिवाय” का जाप करें.

– रोज शिव पुराण का पाठ या अध्ययन जरूर करें.

– शिवलिंग पर स्पर्श कराकर रुद्राक्ष या रुद्राक्ष की माला धारण करें.

– शिवजी के प्रति अपनी सम्पूर्ण निष्ठा बनाये रखें.

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