नई दिल्ली: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने 23 स्वघोषित, फर्जी व गैर-मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों की एक सूची जारी की, जिनमें से सबसे अधिक आठ उत्तर प्रदेश में हैं. उच्च शिक्षा नियामक ने छात्रों को इन संस्थानों में प्रवेश लेने के खिलाफ आगाह किया है.
यूजीसी सचिव रजनीश जैन ने कहा, ”छात्रों और लोगों को सूचित किया जाता है कि वर्तमान में देश के विभिन्न हिस्सों में यूजीसी अधिनियम का उल्लंघन कर 23 स्वघोषित, गैर-मान्यता प्राप्त संस्थान चल रहे हैं.” इनमें से आठ विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में हैं, उसके बाद दिल्ली में (सात) हैं. कर्नाटक, महाराष्ट्र और पुडुचेरी में एक-एक फर्जी विश्वविद्यालय हैं.
उत्तर प्रदेश
1. नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर
2. नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय (मुक्त विश्वविद्यालय),
3. अलीगढ़ उत्तर प्रदेश विश्व विद्यालय, कोसी कलां, मथुरा
4. महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्व विद्यालय, प्रतापगढ़
5. वाराणसेय संस्कृत विश्व विद्यालय,
6. वाराणसी महिला ग्राम विद्यापीठ / विश्व विद्यालय, (महिला विश्वविद्यालय), इलाहाबाद
7. गांधी हिंदी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद
8. इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद, संस्थागत क्षेत्र, खोड़
दिल्ली
9. एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरिडिकल यूनिवर्सिटी
10. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ साइंस एंड इंजीनियरिंग
11. विश्वकर्मा ओपन यूनिवर्सिटी फॉर सेल्फ एम्प्लॉयमेंट
12. कमर्शियल यूनिवर्सिटी लि., दरियागंज
13. यूनाइटेड नेशंस यूनिवर्सिटी
14. वोकेशनल यूनिवर्सिटी
15. आध्यात्मिक विश्वविद्यालय
16. वाराणसेय संस्कृत विश्व विद्यालय
ओड़िशा
17. नवभारत शिक्षा परिषद, अनुपूर्णा भवन, राउरकेला
18. उत्तर ओड़िशा कृषि और प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय
पश्चिम बंगाल
19. इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन, कोलकाता
20. इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनेटिव मेडिसिन एंड रिसर्च, कोलकाता
कर्नाटक
21. बडगानवी सरकार वर्ल्ड ओपन यूनिवर्सिटी एजुकेशन सोसाइटी, बेलगाम सेंट जॉन्स यूनिवर्सिटी, किशनट्टम
महाराष्ट्र
22. राजा अरबिक यूनिवर्सिटी, नागपुर
पुडुचेरी
23. श्री बोधि एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन.