सात दिन की देरी से पंजाब ,हरियाणा, दिल्ली सहित उत्तरी भारत में पहुंचा मानसून, कई इलाकों में 4 दिन रहेगी बरसात

शुक्रवार को दिल्ली के कई हिस्सो में मानसून की पहली बारिश भी हुई. इससे पहले चार जुलाई यानी गुरुवार को भी दिल्ली के कई इलाकों में बारिश हुई थी. इस कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.

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नई दिल्ली। दिल्ली में मानसून ने दस्तक दे दिया है. मौसम विभाग ने कहा कि एक हफ्ते की देरी से मानसून राजस्थान, उत्तर प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा और दिल्ली में पहुंच गया है. आज यानी शुक्रवार को दिल्ली के कई हिस्सो में मानसून की पहली बारिश भी हुई. इससे पहले चार जुलाई यानी गुरुवार को भी दिल्ली के कई इलाकों में बारिश हुई थी. इस कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई है.

दिल्ली के कुछ हिस्सों में गुरुवार सुबह हल्की बूंदाबांदी हुई थी लेकिन इससे तापमान में गिरावट नहीं हुई और लोगों को झुलसती गर्मी से कोई राहत नहीं मिली. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, क्षेत्र में 2.4 मिली मीटर बारिश दर्ज की गई थी. इस बार मानसून आने में देरी हो चुकी है. निजी मौसम एजेंसी स्काईमेट के मुताबिक 5 और 6 जुलाई को गरज बढ़ने की संभावना है. स्काईमेट के प्रमुख मौसम वैज्ञानिक महेश पलावत ने बताया कि मानसून की वास्तविक शुरुआत 6 जुलाई से होने की संभावना है.

भारतीय मौसम विभाग की ओर से हाल में जारी एक बुलेटिन में बताया गया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून पूर्वी राज्यस्थान के कुछ हिस्सों समेत मध्य प्रदेश के अधिकांश हिस्से, छत्तीसगढ़ के शेष बचे हिस्से, उत्तर प्रदेश के कुछ और हिस्सों के अलावा उत्तराखंड के अधिकांश हिस्सों के साथ ही कुछ अन्य हिस्सों में आगे बढ़ा है. इसी तरह से हिमाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के कुछ हिस्सों में यह बढ़ा है. सामान्य तौर पर मानसून 29 जून को दिल्ली से टकराता है मगर इस बार इसमें एक सप्ताह की देरी हुई है.

सूबे में 5 दिन की देरी के बाद मानसून ने अमृतसर में दस्तक दे दी है। वीरवार रात को यहां 48.5 एमएम बारिश हुई। इससे सूबे के तापमान में भी 5 डिग्री तक गिरावट आई है। मौसम विभाग की मानें तो अगले दो दिनों में मानसून पूरे पंजाब को कवर कर लेगा। अगले चार दिन यानी 10 जुलाई तक बारिश की संभावना है। इस दौरान आंधी भी चलेगी। इससे दिन और रात के तापमान में थोड़ी गिरावट आएगी लेकिन चिपचिपाती गर्मी भी बीच-बीच में सताती रहेगी। उधर, अमृतसर में वीरवार रात को हुई बारिश व आंधी से कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए। कई इलाकों में 12 घंटे से ज्यादा तक बिजली गुल रही। वहीं, कपूरथला के सुभानपुर में भी हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून यूपी, हिमाचल, उत्तराखंड और जेएंडके के शेष हिस्सों के साथ राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली के कुछ हिस्सों में और आगे बढ़ा है। हरियाणा व पंजाब के शेष हिस्सों में मानसून के आगे बढ़ने की स्थिति अनुकूल है। वहीं, हिमाचल में आज से 10 जुलाई तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।

इस बार मानसून ने राजस्थान के बाड़मेर, जोधपुर, सीकर होते हुए हरियाणा में रोहतक और चंडीगढ़ के बाद हिमाचल के ऊना से होते हुए सीधे पंजाब के अमृतसर में एंट्री ली है।

  • मौसम विभाग के मुताबिक पंजाब तक पहुंचने के लिए एक वेदर सिस्टम जो पाकिस्तान, पंजाब और राजस्थान के ऊपर चक्रवात के तौर पर बना है, उसे अरब सागर से नमी मिली है। इसी के चलते यहां पर मानसून की दस्तक हुई है।
  • 10 जुलाई को फिर से बंगाल की खाड़ी में वेदर सिस्टम बन रहा है, जो यूपी की तरफ मूव करेगा। साथ ही जम्मू-कश्मीर और पंजाब के आसपास भी वेदर सिस्टम बनेगा। इससे 10 जुलाई के बाद भी यहां अच्छी बारिश होती रहेगी।

पंजाब में औसतन 52%, हिमाचल में 42% और हरियाणा में 54% कम बारिश :
पंजाब में इस बार 1 जून से 5 जुलाई तक अभी 34.2 एमएम ही बारिश हुई है जो औसतन बारिश से 52% कम है। जबकि यहां औसतन बारिश 70.9 एमएम होनी चाहिए थी।  वहीं, हिमाचल में 1 जून से 5 जुलाई तक 74.7 एमएम बारिश हुई जो औसत से 42% कम है। उधर, हरियाणा में इसी तारीख तक 29.3 एमएम बरसात हो चुकी है, जबकि सामान्य बरसात 63.3 एमएम होती है। अभी भी 54 फीसदी बरसात की कमी है। (आंकड़ें 5 जुलाई की सुबह के साढ़े 8 बजे तक के हैं।)

हरियाणा में अगले 72 घंटे में बढ़ेगी सक्रियता :

हरियाणा में अगले 72 घंटे में माॅनसून की सक्रियता पूरी तरह से बढ़ जाएगी। जिन जिलों में बरसात नहीं हुई है, वहां संभावना बनेगी। आज से 8 तक हरियाणा में बारिश की संभावना जताई है।

कहां कितना गिरा पारा :

अमृतसर में हुई मानसून की पहली बारिश से सूबे के तापमान पर भी असर रहा। तापमान में 5 डिग्री तक कमी आई है।

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