पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान वीजा लेकर आएं पीओके- रविंद्र रैना

जम्मू कश्मीर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान के लिए कहा कि जिस पीओके की तुम बात कहने आए हो वहां वीजा लेकर आया करो क्योंकि वह हिस्सा जम्मू कश्मीर का हिस्सा है.

नई दिल्लीः पाकिस्तान को आईना दिखाते हुए जम्मू कश्मीर भाजपा के अध्यक्ष रविंद्र रैना ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर जमकर हमला बोला. उनके बंदूक उठाने वाले बयान पर जवाबी हमला करते हुए रैना ने कहा जवानों को दो वक्त की रोटी खिलाने की औकात नहीं है और इमरान खान बंदूक उठाने की बात करते हैं. पहले अपना घर संभालो फिर भारत की तरफ देखना.

जिस पीओके की तुम बात कहने आए हो वहां वीजा लेकर आया करो क्योंकि वह हिस्सा जम्मू कश्मीर का हिस्सा है और वह दिन दूर नहीं जहां हम एक बार फिर से पीओके में मौजूद शारदा मां के मंदिर में पूजा-अर्चना करेंगे. यह बात उन्होंने जम्मू कश्मीर के प्रदेश अध्यक्ष कश्मीरी पंडितों के बलिदान दिवस कार्यक्रम के दौरान कही. शनिवार को दिल्ली के गोल मार्केट स्थित स्व बालकृष्ण गंजू पार्क में कश्मीरी पंडितों ने हर वर्ष की भांति बलिदान दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया था.

इस दौरान दिल्ली में रह रहे कश्मीरी समाज के सैकड़ों लोग मौजूद थे. कार्यक्रम में जम्मू कश्मीर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र रैना बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे. उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कश्मीरी पंडितों पर जुल्म को याद करते हुए पाकिस्तान और अलगाववादियों पर जमकर हमला बोला. उन्होने कहा कि आज यंहा कार्यक्रम के दौरान बच्चों की आंखों के आंसू 14 सितंबर 1999 की याद को ताजा कर देती है. एक समय वो था जब अटल बिहारी बाजपेयी जी ने लालचौक पर 370 की बात उठाई थी तो पत्थर मारे गए थे और हमारे कश्मीरी पंडितों के नेताओं ने उन्हें बांहों में भर लिया था. कश्मीरी पंडितों के लहू से घाटी को लाल किया गया था.

पंडितो के बच्चों को मार मारकर उनके शवों को लालचौक पर टांग दिया जाता था जिससे लोग अपने घरों को छोड़ने पर मजबूर हो गए थे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पर हमला बोलते हुए रविंद्र रैना ने कहा कि आज इमरान खान ह्यूमन राइट्स की बात करते हैं. कायर और गद्दारों ने हमारे लोगों के शवों लटका दिया तब किसी के पास जुबान नहीं थी आज वो ह्यूमन राइट्स की बात करते हैं. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सोच रहा था कि कश्मीरियों को वहां से निकाल देंगे तो कश्मीर पर कब्जा कर लेंगे लेकिन भूल गए कि कश्मीरी जहां-जहां गए वहां उन्होंने पाकिस्तान के लिए मुश्किलें खड़ी की.

यूएन के सामने भारत का झंडा लेकर पाकिस्तान का विरोध करने वाले कश्मीरी पंडित थे. कश्मीरी पंडित दो वक्त की रोटी के लिए कश्मीर से नहीं निकला बल्कि बंदूक की नोक पर उसे वंहा से निकाला गया. दुनिया के अंदर पाकिस्तान का झूठ बेनकाब हुआ है. कश्मीरी नेताओं पर भी उन्होंने हमला बोलते हुए कहा कि कुछ लोग कहते थे  370 को हाथ लगाया तो बारूद फट जाएगा. कुछ कहते थे कि कयामत आ जायेगी. अब कंहा गया बारूद, लगता है कि वो फुस्स हो गया.

मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने एक झटके में 70 साल की समस्या को एक झटके में खत्म कर दिया. लेकिन हम यहीं रुकने वाले नही हैं. पूरा का पूरा जम्मू कश्मीर लेकर रहेंगे जिसमे पीओके और चीन के कब्जे वाले अक्साई चीन भी शामिल है. हम आपको विश्वास दिलाते हैं कि अगला शहीद दिवस लाल चौक में मनाएंगे. अपने कश्मीर में मनाएंगे. हम सब अपने घर वापस कश्मीर में बसायेंगे.

कार्यक्रम के दौरान मौजूद कश्मीरी पंडित महिला विंग की अध्यक्ष डॉ मनोरमा ने कहा कि हम कश्मीर से दूर हुए लेकिन कश्मीर हमसे दूर कभी नहीं हुआ उसकी मिट्टी आज भी हमारे साथ है. हमें बंदूक की नोक पर वंहा से बेदखल किया गया वरना कौन है जो अपना घर बार छोड़कर जाता है. भला हो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जिन्होंने हमे एक बार फिर मुस्कुराने का मौका दिया. अब ऐसा लग रहा है कि कश्मीर की समस्या जल्द ठीक हो जाएगी.

 

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