पंजाब / खेत में बने घर में 30 हजार रुपए में होती थी लिंग जांच, हर केस पर 4 हजार कमीशन लेने वाला दलाल गिरफ्तार

17 जनवरी को लुधियाना के डेहलों इलाके में अंबाला की पीएनडीटी सेल ने रेड की, भनक पा घर के मालिक और डॉक्टर फरार थाना सदर पुलिस ने दंपति गुरप्रीत सिंह और उसकी पत्नी अमनदीप कौर के अलावा डॉ. जतिंदर पर केस दर्ज किया लुधियाना के सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा ने पीएनडीटी सेल अंबाला की रेड को फर्जी बताया

लुधियाना. लुधियाना जिले में अवैध तरीके से लिंग जांच गिरोह का पर्दाफाश हुआ है। यहां डेहलों इलाके के गांव जड़तौली में ढाणी (खेत में बना घर) में एक दंपति गर्भवती महिलाओं का चेकअप करके लिंग निर्धारण करता था, जिसके एवज में 30 हजार रुपए वसूले जाते थे। इन 30 हजार में से 4 हजार रुपए एजेंट का कमीशन होता था। अंबाला की पीएनडीटी सेल की टीम ने बीती 17 जनवरी कोयहां रेड की तो भनक पाकर आरोपी दंपति फरार हो गया, लेकिन एजेंट को गिरफ्तार कर लिया गया। इस संबंध मेंथाना सदर पुलिस आरोपी से पूछताछ में जुटी है। दूसरी ओर अंबाला पीएनडीटी की तरफ से किए गए खुलासे को लुधियाना सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा फर्जी बता रहे हैं।

अंबाला से आई टीम के सदस्य मुनीश कुमार ने बताया कि अंबाला के पास शंभू टोल बैरियर के गांव का कुलविंदर सिंह अक्सर भ्रूण लिंग जांच करवाने के लिए ग्राहकों को लाता था। एक सूचना के आधार पर उन्होंने गर्भवती महिला के जरिए ट्रैप लगाया। पैसे की बात हो जाने के बाद महिला को कुलविंदर के साथ प्राइवेट गाड़ी में भेजा। वह महिला को लेकर गांव जड़तौली में पहुंचा, जहां खेत में बने एक घर में गुरप्रीत सिंह और उसकी पत्नी अमनदीप कौर अवैध सेंटर चला रहे थे। जतिंदर नामक डॉक्टर ने टेस्ट किया और फिर जब महिला को आरोपी वापस गांव के बाहर छोड़ने के लिए आ रहे थे तो टीम ने उनका पीछा किया। संदेह हो जाने पर आरोपी टीम की कार को टक्कर मारकर महिला को चलती कार से फेंक फरार हो गए। बाद में टीम महिला को साथ लेकर वापस घर पर पहुंची, मगर वो लोग वहां नहीं थे।

इसके बाद थाना सदर पुलिस को शिकायत दी गई तो पुलिस ने गुरप्रीत सिंह, उसकी पत्नी अमनदीप कौर, एजेंट कुलविंदर सिंह और डॉ. जतिंदर के खिलाफ मामला दर्ज किया है। साथ हीएजेंट कुलविंदर को गिरफ्तार कर लिए जाने के बाद अदालत में पेश किया और एक दिन के रिमांड पर लिया है। जांच अधिकारी प्रीतपाल सिंह के अनुसार कुलविंदर से पूछताछ कर डॉ. जतिंदर के बारे में पता लगाने की कोशिश की जा रही हैं।

क्या कहना है सिविल सर्जन का?

एक तरफ पीएनडीटी के सदस्य की मानें तो एक साल पहले भी गुरप्रीत और अमनदीप को इसी आरोप में उनकी टीम ने पकड़ा था। वहीं इस बारे में मीडिया ने लुधियाना के सिविल सर्जन डॉ. राजेश बग्गा से बात की तो उन्होंने पीएनडीटी सेल अंबाला की रेड को ही फर्जी बता डाला। उनका कहना है कि ज्यादातर बार उनके हाथ कुछ लगा ही नहीं है। ऐसा नहीं है कि हमारे अधिकारी काम नहीं करते। हमने भी पिछले समय में ट्रैप किए हैं। अभी भीहमारे मल्टीपर्पज हेल्थ वर्कर और अन्य अधिकारी इस पर नजर रखते हैं।

लुधियाना में अंबाला टीम ने 7 बार लगाए ट्रैप

  • 26 जुलाई 2015 को बग्गा क्लीनिकल लैबोरेट्री, बस स्टैंड में रेड, शिमलापुरी थाने में दर्ज करवाया मामला
  • 3 जनवरी 2016 को जिले के कस्बा खन्ना के जीटीबी नगर में रेड की।
  • 1 मार्च 2016 को खन्ना में ही शिवम अस्पताल में ट्रैप लगाया।
  • 1 अप्रैल 2016 को खन्ना के सौंद अस्पताल, पुल के नीचे रेड की गई।
  • 14 मई 2016 को लुधियाना के डाबा एरिया में दबिश में पांच लोग पकड़े गए और थाना डाबा में मामला दर्ज हुआ।
  • 11 अप्रैल 2017 को लुधियाना के सिंगार सिनेमा के पास गली में मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल में दबिश दी गई।
  • अब हाल ही में 17 जनवरी 2020 को डेहलों इलाके के गांव जड़तौली में दबिश दी गई तो आरोपी भाग गए।

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