पानीपत से विधिपुर तक हाईवे पर एमरजेंसी में वाहन चालकों को मदद पहुंचाने के लिए एनएचएआई ने एसओएस (टेलीफोन बूथ) तैयार कर दिए हैं। 4700 करोड़ की लागत से बने 290 किलोमीटर लंबे हाईवे पर 4.35 करोड़ रुपए की लागत से 145 एसओएस बूथ लगाए गए हैं। वहीं, फगवाड़ा से लेकर जालंधर जिले के विधिपुर तक कुल 16 बूथ लगाए गए हैं।
एंबुलेंस और क्रेन की जरूरत होगी तो फ्री में सेवा दी जाएगी, बूथों की मेंटेनेंस सोमा रोडीज कंपनी ही करेगी
अगर हाईवे पर किसी का एक्सीडेंट हो गया है या पेट्रोल खत्म हो गया तो तुरंत पास एसओएस बूथ पर पहुंचे। वहां से कॉल अंबाला हेड ऑफिस के कंट्रोल रुम में पहुंचेगी। जहां से संबंधित शहर की पैट्रोलिंग टीम को सूचना दी जाएगी। फोन रिसीव होने के बाद टीम 20 मिनट के अंदर-अंदर स्पॉट तक पहुंच जाएगी और जो संभव सहायता वाहन चालक को चाहिए होगी वो दी जाएगी।
हालांकि एनएचएआई ने बूथ पहले ही हाईवे के किनारों पर इंस्टाल किए थे, लेकिन वर्किंग में नहीं थे। हाईवे पर लगातार बढ़ रहे हादसों को रोकने और देर रात को वाहन चालक को किसी चीज की जरूरत पड़ने के मद्देनजर हाईवे अथॉरिटी ने दोबारा से 290 किलोमीटर के दायरे में अाते सभी एसओएस बूथ चालू कर दिए हैं। कुछ को रिपेयर किया जा रहा है और जो डैमेज हो चुके हैं उनकी जगह नए लगाए जा रहे हैं।
टेक्निकल मैनेजर संजीव कुमार ने बताया कि हाईवे के दोनों तरफ 2-2 किलोमीटर के दायरे में बूथ लगाए गए हैं। एक बूथ की कीमत 3 लाख रुपए के करीब है। सभी बूथों को चालू कर दिया गया है। एक्सीडेंट के दौरान अगर किसी वाहन चालक को एंबुलेंस और क्रेन की जरूरत होगी तो फ्री में सेवा दी जाएगी। बूथों की सुरक्षा और देखभाल सोमा रोडीज कंपनी द्वारा की जाएगी।