कोरोना पर दिल्ली में सर्वदलीय बैठक / टेस्ट का खर्च 50% कम होगा, शाह ने दिल्ली सरकार से कहा- कोरोना वॉर्ड में सीसीटीवी लगें, डॉक्टरों-नर्सों की काउंसिलिंग हो

गृह मंत्री शाह ने कहा- दिल्ली सरकार 20 जून तक रोजाना 18 हजार टेस्ट करना शुरू कर देगी कोरोना मरीजों के मिस-मैनेजमेंट पर सुप्रीम कोर्ट ने पिछले हफ्ते दिल्ली सरकार को फटकार लगाई थी

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नई दिल्ली. दिल्ली में कोरोना की गंभीर स्थिति को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को सर्वदलीय बैठक की। बैठक में शाह ने कोरोना टेस्ट का खर्च 50% कम किए जाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी और कहा कि एक कमेटी इस पर 2 दिन में गृह मंत्रालय को रिपोर्ट दे।

शाह ने दिल्ली सरकार को निर्देश दिए कि कोरोना वॉर्ड में सीसीटीवी लगाए जाएं, ताकि मरीजों की परेशानियों का पता चल सके। इसके अलावा खाना पहुंचाने वाले कैंटीन का बैकअप रखा जाए, क्योंकि एक कैंटीन में संक्रमण हो जाए तो भी मरीजों को खाना मिलता रहे। इसके अलावा डॉक्टरों और नर्सों की काउंसिलिंग की जाए।

शाह ने सभी को टेस्टिंग का हक देने का भरोसा दिया
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अनिल चौधरी ने कहा कि हर आदमी को टेस्टिंग का हक मिलना चाहिए। ऐसा करके ही इलाज संभव है। गृहमंत्री ने इस मांग को मान लिया है। उन्होंने भरोसा दिया कि नई पॉलिसी में हर आदमी को टेस्टिंग का हक दिया जाएगा।

शाह ने ये भी कहा कि दिल्ली सरकार 20 जून तक हर रोज 18 हजार टेस्ट करना शुरू कर देगी। अभी 5 हजार से 7 हजार तक टेस्ट रोजाना हो रहे हैं। डेढ़ घंटे चली सर्वदलीय बैठक में आप, कांग्रेस, भाजपा और बसपा के नेता शामिल हुए। कांग्रेस ने ये 2 मांगें भी रखीं-

1. जो लोग संक्रमित हैं या कंटेनमेंट जोन में हैं, उनके परिवारों को 10-10 हजार रुपए दिए जाएं।
2. फोर्थ ईयर वाले मेडिकल स्टूडेंट्स से नॉन-परमानेंट रेजिडेंट डॉक्टर्स की तरह काम लिया जाए। हेल्थकेयर स्टाफ की कमी को देखते हुए फोर्थ ईयर वाले फार्मेसी या नर्सिंग स्टूडेंट्स से भी काम करवाया जाए।

शाह ने एलएनजेपी अस्पताल की तैयारियों का जायजा लिया
गृह मंत्री ने कहा कि सभी को मतभेद भुलाकर दिल्ली की जनता के लिए मिलकर काम करना चाहिए। दिल्ली सरकार की गाइडलाइन को लागू करना चाहिए। इससे लोगों का भरोसा बढ़ेगा और हालात जल्द सुधरेंगे। ऑल पार्टी मीटिंग के बाद शाह ने लोक नायक जय प्रकाश नारायण अस्पताल (एलएनजेपी) जाकर वहां की तैयारियां को भी देखा।

एलएनजेपी का स्टाफ शाह को तैयारियों के बारे में बताते हुए।

शाह ने मोर्चा संभाला, केजरीवाल बैक सीट पर
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को दिल्ली सरकार को फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि अगर कोरोना मरीजों की लाशें कचरे के ढेर में मिल रही हैं तो ये इंसानों के साथ जानवरों से भी बदतर सलूक है। कोर्ट के इस कमेंट का असर ये हुआ कि अमित शाह ने खुद मोर्चा संभाल लिया है और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अब बैक सीट पर नजर आ रहे हैं।

दिल्ली में 41000 से ज्यादा लोग संक्रमित
राजधानी में 14 जून तक संक्रमण के 41 हजार 142 केस हो गए । इनमें से 24 हजार 32 मरीजों का इलाज चल रहा है। 15 हजार 823 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि 1 हजार 327 लोगों की मौत हो चुकी है। यहां अब तक 2 लाख 90 हजार 592 टेस्ट किए जा चुके हैं। हर दिन 5 से 7 हजार लोगों की जांच की जा रही है। इस बीच ऐसी शिकायतें मिली थीं कि कुछ अस्पतालों में कोरोना के मरीजों से बुरा बर्ताव हो रहा है। कोरोना से मरने वालों की लाशें कचरे के ढेर में छोड़ दी जा रही हैं।

24 घंटे में शाह की तीसरी बैठक
ऑल पार्टी मीटिंग से पहले शाह ने रविवार सुबह दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ करीब डेढ़ घंटे चर्चा की थी। फिर शाम को दिल्ली के सभी मेयर के साथ म्युनिसिपल लेवल की स्ट्रैटजी पर बात हुई। तीनों मेयर ने कहा कि वे कोरोना के केस बढ़ने की स्थिति से निपटने और दिल्ली सरकार को अपनी सुविधाएं देने के लिए तैयार हैं। दिल्ली की तीनों म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन में भाजपा की सत्ता है।

शाह-केजरीवाल की मीटिंग में 9 फैसले हुए थे

ये 4 फैसले भी हुए
1.
 कोरोना टेस्टिंग का रेट दोबारा तय होगा। इसके लिए बनाई गई कमेटी को रिपोर्ट देनी है।
2. स्काउट गाइड, एनसीसी, एनएसएस और दूसरे सेल्फ हेल्प ग्रुप के मेंबर्स को हेल्थ वॉलंटियर बनाया जाएगा।
3. अंतिम संस्कार की नई गाइडलाइन जारी की जाएगी, ताकि लंबा इंतजार नहीं करना पड़े।
4. दिल्ली के छोटे अस्पतालों की मदद के लिए एम्स में हेल्पलाइन नंबर शुरू किया गया है। इस नंबर पर सीनियर डॉक्टर सलाह देंगे।

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