आपदा / दिल्ली-एनसीआर में 4.6 तीव्रता का भूकंप, दो महीनों में पांचवीं बार भूकंप के झटके महसूस किए गए
पिछले महीने 12 और 13 अप्रैल, इस महीने 10 और 15 मई को भूकंप आया था हरियाणा के रोहतक में जमीन से 16 किलोमीटर नीचे था शुक्रवार को आए भूकंप का केंद्र
नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में शुक्रवार रात 9.8 मिनट पर भूकंप के दो झटके महसूस किए गए। नेशनल सेंटर फॉर साइमोलॉजी (भूकंप विज्ञान) ने रिक्टेर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.6 मैग्नीट्यूड मापी है। भूकंप 9 बजकर 8 मिनट पर आया और इसका केंद्र हरियाणा के रोहतक में जमीन से 16 किलोमीटर अंदर था। दो महीने के भीतर दिल्ली-एनसीआर में पांचवीं बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। इस दौरान लोग घरों से बाहर निकल आए। हालांकि, भूकंप से कोई नुकसान होने की सूचना नहीं है।
इससे पहले 12 अप्रैल को 3.5, 13 अप्रैल को 2.7, 10 मई को 3.5 और 15 मई को 2.2 तीव्रता का भूकंप आया था।
दिल्ली-एनसीआर में तीन फॉल्ट लाइन
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर में तीन फॉल्ट लाइन हैं। जहां फॉल्ट लाइन होती है, वहीं पर भूकंप का एपिसेंटर बनता है। दिल्ली-एनसीआर में जमीन के नीचे दिल्ली-मुरादाबाद फॉल्ट लाइन, मथुरा फॉल्ट लाइन और सोहना फॉल्ट लाइन हैं।
6 की तीव्रता वाला भूकंप भयानक होता है
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।