अल कायदा के खूंखार आतंकी की मौत, लेकिन हमले में बच्चों सहित चली गई 40 नागरिकों की जान
साउथ एशिया में अल कायदा प्रमुख आसिम उमर अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले में मारा गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अफगानिस्तान के दक्षिणी हेलमंद प्रांत में मूसा कला जिले में अमेरिकी-अफगान ने 23 ......
नई दिल्ली. साउथ एशिया में अल कायदा प्रमुख आसिम उमर अफगानिस्तान में अमेरिकी हवाई हमले में मारा गया है.मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अल कायदा का दक्षिण एशिया क्षेत्र प्रमुख आसिम उमर अफगानिस्तान में एक अमेरिकी हवाई हमले में मारा गया। अफगानिस्तान और अमेरिकी सेना के एक संयुक्त ऑपरेशन में आसिम उमर को सितंबर में मार गिराया था। यह संयुक्त ऑपरेशन अफगानिस्तान के दक्षिणी हेलमंद प्रांत में मूसा कला जिले में किया गया। अफगान नेशनल डायरेक्टरेट ने ट्वीट कर इस ऑपरेशन की पुष्टि की है।
मौलाना आसिम उमर भारत के उत्तर प्रदेश के पुराने संभल के निवासी था। वह 1990 में पाकिस्तान चला गया था। एनडीएस अफगानिस्तान के अनुसार, अमेरिकी और अफगानी सुरक्षाबलों ने मूसा काला जिले में तालिबान के कैंप पर हमला बोला था। जिसमें मूसा कला का यह परिसर पूरी तरह से धवस्त हो गया था। इस हमले में कई बच्चों समेत 40 लोगों की मौत हो गई थी।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिकी एयरस्ट्राइक में मारे गए छह आतंकियो में रेहान नाम के भी एक शख्स की मौत हुई है। इसकी पहचान अल कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी के संदेशवाहक के तौर पर हुई है। अफगानिस्तान और अमेरिकी सेना द्वारा डाली गई रेड काफी लंबी थी। ये रेड 22 और 23 सितंबर की रात डाली गई। इसमें अमेरिका ने सुरक्षाबलों को एयर सपोर्ट दिया।
अफगान अधिकारियों ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा, आसिम उमर की 23 सितंबर को हेलमंद प्रांत के मूसा कला जिले में 23 सितंबर को एक छापे के दौरान मार दिया गया। उसके साथ 6 अन्य आतंकी भी थे। यह छापा 22-23 सितंबर की रात मारा गया। अधिकारियों ने बताया कि आसिम हवाई हमले में बच्चों सहित 40 नागरिकों की भी मौत हो गई।.
उत्तर प्रदेश में हुआ था जन्म आसिम उमर एक पाकिस्तानी आतंकवादी था और भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा का नेता है। अल-कायदा नेता अयमान अल-जवाहिरी ने भारतीय उपमहाद्वीप में अल-कायदा (AQIS)के निर्माण की घोषणा की और सितंबर 2014 में ऑनलाइन पोस्ट किए गए एक वीडियो में असीम उमर को इसके नेता के रूप में पेश किया। – आसिम का जन्म संभल (उत्तर प्रदेश) में हुआ था। भारत छोड़ने और 1990 के दशक के अंत में पाकिस्तान जाने से पहले उसने दारुल उलूम देवबंद मदरसा में पढ़ाई की। -1990 से 2004 तक उमर ने हारुनाबाद में पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में हरकत-उल-मुजाहिदीन द्वारा चलाए गए शिविरों में जिहादियों को ट्रेनिंग दी।