अयोध्या. राम भक्तों ने अपने खजाने भगवान रामलला के लिए खोल दिए हैं. ट्रस्ट गठन (Trust formation) के पूर्व मात्र 12 करोड़ रुपये रामलला के खाते में थे, लेकिन ट्रस्ट के गठन के बाद से राम मंदिर निर्माण की आधारशिला रखे जाने तक लगभग 30 करोड़ रुपये रामलला के खाते में आए हैं. इसमें 1 रुपये के दान से दो करोड़ रुपए तक का दान शामिल है. 5 अगस्त को 2 करोड़ रुपये महावीर मंदिर पटना (Patna) ट्रस्ट की तरफ से रामलला के खाते में भेजे गए हैं. इसी दिन 1 करोड़ रुपये शिवसेना लिखी हुई परची पर रामलला के खाते में आए हैं. ट्रस्ट का दावा है कि यह महाराष्ट्र (Maharashtra) के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (CM Uddhav Thackeray) की तरफ से आए हैं. संतों ने भी लाखों रुपये रामलला के खाते में दान किए हैं. ये जानकारियां श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय (General Secretary Champat Rai) ने दीं.
4 घंटे में आए 49 हजार रुपये
महासचिव चंपत राय ने बताया कि गुजरात के एक मठ से भी 25 लाख रुपये आए हैं. एक करोड़ 51 लाख रुपये दान की पेशकाश रामभद्राचार्य की तरफ से भी हुई है. गुजरात के वनवासी संत शांतिगिरी ने भी 51 लाख रुपये देने की बात कही है, जिसमें 11 लाख रुपये 5 अगस्त को दान किया है. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सदस्यों का यह विश्वास है कि राम मंदिर निर्माण में धन की कमी नहीं आएगी. राम भक्तों ने भी खजाने भगवान राम के लिए खोल दिए हैं. रामलला के भूमि पूजन के दिन मात्र 3 से 4 घंटे में लगभग 49 हजार रुपये भूमि पूजन स्थल पर आए हैं, जिसमें सोना और चांदी भी शामिल है. यह सब एक लॉकर में सुरक्षित रखा गया है. राम लला के मंदिर की नींव खुदाई के दरमियान 200 फीट गहरे गड्ढे में ये पैसे और सोना चांदी और सर्प डाले जाएंगे.
गौरतलब है कि 5 अगस्त को रामलला के मंदिर निर्माण की आधारशिला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रख दी है. राम भक्तों में खुशी की लहर है. राम मंदिर निर्माण का कार्य तेजी के साथ शुरू होगा. 9 नवंबर को अयोध्या विवाद पर फैसला आने के बाद ट्रस्ट का गठन हुआ और ट्रस्ट ने तेजी के साथ मंदिर निर्माण की प्रक्रिया की शुरुआत की. अब मंदिर निर्माण की शुरुआत होनी है.