अब गुजरात में हेल्थ एटीएम में 40 तरह के टेस्ट होंगे, मोबाइल और ई-मेल पर रिपोर्ट मिलेगी

मशीन बेसिक टेस्ट से लेकर वजन, हीमोग्लोबिन, मलेरिया और आंख-त्वचा के टेस्ट कर सकती है पायलट प्रोजेक्ट के तहत हेल्थ एटीएम को पहले गुजरात के भावनगर के महुआ इलाके से शुरू किया जाएगा

भावनगर. गुजरात के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए पहली बार हेल्थ एटीएम की सुविधा शुरू की जा रही है। इस मशीन से 40 तरह के मेडिकल टेस्ट हो सकेंगे। पायलट प्रोजेक्ट के तहत इसे भावनगर के महुआ इलाके से शुरू किया जाएगा।

यह मशीन चेकअप करके कुछ ही समय में रिपोर्ट दे देती है। इसेइंटरनेट से जोड़ा गया है, जिससे मोबाइल और ई-मेल पर रिपोर्ट भेजी जा सकती है। इसे स्टार्ट-अप कंपनी ‘योलो’ ने तैयार किया है। जिला विकास अधिकारी वरुण कुमार बरनवाल ने कहा- “मशीन बेसिक टेस्ट से लेकर वजन, ब्लड प्रेशर, टैंपरेचर, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, ईसीजी, यूरिन और आंख-त्वचासे जुड़े 40 तरह के टेस्ट कर सकती है।”

लोग डॉक्टर से ऑनलाइन परामर्श भी ले सकेंगे
जिला विकास अधिकारी वरुण कुमार बरनवाल ने बताया कि एटीएम की यह सुविधा श्यामाप्रसाद मुखर्जी अर्बन हेल्थ योजना के तहत उपलब्ध कराने की योजना है। मंजूरी मिलते ही महुआ इलाके में काम शुरू कर दिया जाएगा। योजना शुरू होते ही हेल्थ एटीएम के माध्यम से ग्रामीण डॉक्टर से ऑनलाइन परामर्श ले सकेंगे।

अब स्टेशनों पर लगेंगी हेल्थ एटीएम मशीनें, यात्रा की थकान मिटाने की भी मिलेगी सुविधा

रेल यात्रियों को अब स्टेशन पर स्वास्थ्य जांच कराने की सुविधा मिलेगी। अगर यात्री को यह महसूस होता है कि उसका ब्लड प्रेशर बढ़ गया है तो वो स्टेशन पर लगे हेल्थ एटीएम की इलेक्ट्रिॉनिक मशीन से अपनी जांच करा सकेंगे। रेलवे अब यात्रा की थकान मिटाने की भी सुविधा देगा।

दरअसल, रेलवे ने रूटीन चेकअप के लिए हेल्थ एटीएम लगाने की योजना तैयार की है। इस एटीएम मशीन से यात्री शरीर के सभी अंगों की स्थिति, शरीर में पानी की स्थिति, तापमान, ऑक्सीजन की मात्रा, पल्स रेट, ब्लड प्रेशर, फैट, लंबाई वजन की जांच 10 मिनट में करा सकेंगे।

यहां हेल्थ मेंटेन करने के लिए सलाह भी ले सकते हैं। इसके साथ ही रेलवे अपने स्टेशनों पर फुट मसाज के लिए रोबोटिक मसाज चेयर व बॉडी मसाज इंडेक्स मशीन भी लगाएगा। इसका फायदा यह होगा कि यात्रा के बाद शरीर की थकान मिटाई जा सकेगी।

रेलवे की कमाई का नया तरीका
रेलवे ने गैर किराया राजस्व अर्जित करने के लिए यह नीति तैयार की है।  रेलवे ने गैर किराया राजस्व के तहत हर साल 1200 करोड़ रुपये अर्जित करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके तहत रेलवे स्टेशन के एसी वेटिंग हॉल में ठहरने के लिए यात्रियों से चार्ज वसूला जाएगा तो  माइक्रो स्मार्ट स्टे लाउंज भी बनाने की भी योजना है। स्मार्ट स्टे लाउंज को रिटायरिंग रूम की तरह ही सुविधाओं से लैस किया जाएगा। न्यू इनोवेटिव नॉन फेयर रेवेन्यू स्कीम के तहत ही कई सुविधाए यात्रियों को मिलेगी।

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